बरेली। करीब डेढ़ साल से बकाया मानदेय न मिलने से नाराज रोजगार सेवकों ने गुरुवार को विकास भवन में जोरदार प्रदर्शन किया। सभी ब्लॉकों से पहुंचे रोजगार सेवकों ने करीब डेढ़ घंटे तक धरना दिया और जमकर नारेबाजी की। रोजगार सेवकों ने मानदेय का पैसा दूसरे मदों में इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया। कहा कि सवा तीन करोड़ रुपये का बजट तो अफसरों ने गुरुवार को ही शासन को लौटा दिया, जबकि इस पैसे से उनका भुगतान किया जा सकता था। अफसरों के समझाने पर रोजगार सेवक सीडीओ से मिले तो उन्होंने जल्द ही मानदेय जारी कराने का आश्वासन दिया। रोजगार सेवक शीघ्र मानदेय न मिलने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी देकर वापस लौट गए। जिले में 776 रोजगार सेवक हैं। उत्तर प्रदेश ग्राम रोजगार सेवक संघ के जिलाध्यक्ष गंगादीन कश्यप की अगुवाई में सुबह 10:30 बजे काफी संख्या में ब्लॉकों से रोजगार सेवक विकास भवन पहुंचे। जिलाध्यक्ष के अनुसार करीब डेढ़ साल से रोजगार सेवकों को मानदेय नहीं मिला है। एक रोजगार सेवक का प्रतिमाह 7788 रुपये मानदेय है। सभी रोजगार सेवकों का सात करोड़ रुपये से अधिक का मानदेय बकाया है। लंबे समय से मांग करने के बाद भी अफसरों ने कोई संज्ञान नही लिया। प्रदर्शन कर रहे रोजगार सेवकों को डीसी मनरेगा आदि अफसरों ने उन्हें मानदेय मिलने का आश्वासन दिया लेकिन वे लोग नही माने और विकास भवन मे ही धरने पर बैठ गए। रोजगार सेवकों ने कहा कि वह लोग जीरो पावर्टी सर्वे, हरीतिमा एप पर सर्वे, पौधारोपण, एग्री स्टैक सर्वे, क्राप सर्वे, फैमिली आईडी व फार्मर रजिस्ट्री आदि काम करते हैं। यही नहीं बीएलओ की ड्यूटी भी समय-समय पर लगाई जाती है। इसके बाद भी मानदेय नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में परिवार कैसे चलाएंगे। सीडीओ को मांग पत्र सौंपने के बाद जिलाध्यक्ष गंगादीन ने कहा कि अगर पूरा मानदेय नहीं मिला तो काम बंद कर कर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर देंगे। इस दौरान नंदलाल, महेंद्र, पप्पू खां, आरके गंगवार, समीश कश्यप, विनोद मौर्य, जोगेंद्र सिंह, उमाधर यादव, सुनील, राजेश आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव