बरेली। जनपद के थाना बारादरी क्षेत्र के जोगीनवादा मे 32 साल पुराना विवाद रविवार को जड़ से खत्म हो गया। दो दिन पहले आपसी सहमति से विवाद का पटाक्षेप होने के बाद रविवार को पुलिस प्रशासन ने पहली परीक्षा पास कर ली। हिंदू समुदाय के लोगों की आबादी वाली मौर्य गली से होकर तख्त का जुलूस निकाला गया। इस दौरान हिंदू पक्ष के लोगों ने मुस्लिम समाज के इस जुलूस पर फूल बरसाए। लोग आपस में गले मिले। रविवार को मौर्य गली से होकर तख्त का जुलूस निकाला गया तो हिंदू पक्ष की ओर से महंत राकेश कश्यप ने शाहनूरी मस्जिद के इमाम, पूर्व पार्षद उस्मान व हाजी शराफत, जुल्फिकार समेत तख्त ले जाने वाले लोगों को फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया। हिंदू पक्ष के बनवारी लाल शर्मा, संजीव दद्दा, आर्येंद्र, संतोष व शिवम आदि ने तख्त पर फूल बरसाए। स्थानीय निवासियों के अनुसार इस बार सबने तय किया था कि किसी भी तरह का तनाव नहीं होने देंगे। मुस्लिम समाज के लोगों ने भी हिंदू समाज की इस पहल का खुले दिल से स्वागत किया। इस मौके पर पुलिस और प्रशासन के साथ आरएएफ भी पूरी सतर्कता के साथ मौजूद रहा लेकिन जुलूस पूरी तरह शांतिपूर्ण और अनुशासित वातावरण मे संपन्न हुआ। एसपी सिटी मानुष पारिक ने बताया कि जोगी नवादा मे पहली बार ऐसा सौहार्दपूर्ण दृश्य देखने को मिला है, यह प्रशासन ही नही पूरे शहर के लिए गर्व की बात है। इस पहल के बाद जोगी नवादा का नाम अब आपसी सौहार्द और भाईचारे की मिसाल के रूप में लिया जा रहा है। डीएम अविनाश सिंह ने कहा कि जोगीनवादा मे ताजिए के जुलूस निकलने के दौरान मुस्लिम भाइयों पर हिंदू भाईयों ने पुष्प वर्षा की और मालाएं पहनाकर उनका स्वागत कर सौहार्द कायम होने का संदेश दिया है। जिस तरह से हिंदू भाइयों ने दरियादिली दिखाते हुए जुलूस का स्वागत किया है, उसी तरह मुस्लिम भाई भी कांवड़ में फूल बरसाएंगे।।
बरेली से कपिल यादव