बरेली। डीएम अविनाश सिंह ने वन क्षेत्र में दूषित पानी के प्रवाहित होने के मामले में जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है। कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम ने सोमवार की शाम जिला पर्यावरण समिति, जिला पौधरोपण समिति और जिला गंगा समिति की समीक्षा की। सबसे पहले जिला पर्यावरण समिति की समीक्षा की। इस दौरान क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिए कि सीबीगंज क्षेत्र की सुपीरियर इंडस्ट्री की ओर से वन क्षेत्र में प्रवाहित किए जा रहे दूषित पानी की जांच करें। उसके निस्तारण के लिए तीन सदस्यीय टीम से जांच कराकर रिपोर्ट दें। इसके अलावा इफको संयंत्र से निकलने वाले जल की मात्रा, गुणवत्ता एवं निस्तारण के लिए उपाय और वहां स्थापित एसटीपी की जांच के लिए भी तीन सदस्यीय टीम बनाते हुए विस्तृत रिपोर्ट बुकलेट फार्म में प्रस्तुत करें। उन्होंने नगर निगम और सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह सुबह 6 से 9 बजे तक अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर लीगेसी वेस्ट और ठोस अपशिष्ट का गुणवत्ता पूर्ण और समय से निस्तारण कराएं। इसके साथ ही प्रमुख चौराहों पर डस्टबिन स्थापित कराएं। उन्होंने नगर निगम और नगर निकायों को निर्देश दिए कि सावन माह को लेकर सभी प्रमुख मंदिरों व धार्मिक स्थलों के आसपास सफाई कराना सुनिश्चित करें। जिला गंगा समिति की बैठक में नगर निगम व नगर निकायों को निर्देश दिए कि मानसून के दृष्टिगत नालों की सफाई कराएं। 1 से 7 जुलाई तक आयोजित होने वाले वन महोत्सव को वृहद स्तर पर मनाए। पौधरोपण अभियान को लेकर उन्होंने कहा कि सभी विभागों को आवंटित किए गए पौधरोपण लक्ष्य के सापेक्ष परिवहन विभाग व रेलवे तत्काल अपनी कार्ययोजना वन विभाग को उपलब्ध करा दें। सभी अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में पौधरोपण स्थलों का निरीक्षण कर लें। ग्राम्य विकास विकास भवन में एवं राजस्व विभाग में कलेक्ट्रेट में पौधरोपण कंट्रोल रूम स्थापित करें। 1 से 7 जुलाई तक आयोजित होने वाले वन महोत्सव को वृहद स्तर पर मनाया जाए। सभी विभाग पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिगत पौधारोपण व जन जागरूकता के कार्यक्रम कराएं।।
बरेली से कपिल यादव