निलंबित चिकित्साधिकारी और फार्मासिस्ट पर दर्ज कराएं मुकदमा

बरेली। झोलाछाप को नशीली दवाएं बेचने के प्रकरण मे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरखेड़ा कला के निलंबित प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लोकेश गंगवार और फार्मासिस्ट राहुल के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। मामला कमिश्नर तक पहुंचा है। उन्होंने पीलीभीत के स्वास्थ्य अफसरों पर आरोपियों को बचाने के प्रयास का आरोप लगाया। भाकियू भानु के मण्डल अध्यक्ष यशपाल सिंह उर्फ चिंटू ठाकुर ने अपर आयुक्त प्रशासन को लिखित शिकायत देकरआरोप लगाया कि एक मई को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरखेड़ा कला में तैनात फार्मासिस्ट राहुल ने लोगों के द्वारा नारकोटिक्स अल्प्रालोजम नशीली गोलियों के लगभग 20 डब्बे झोलाछाप को बेचे थे। सूचना मिलने पर भारतीय किसान यूनियन भानु के प्रदेश संगठन मंत्री ने दूरभाष पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत की। काफी हीला-हवाली के बाद झोलाछाप के यहां छापेमारी की गई। प्रभारी अधिकारी डॉ. लोकेश गंगवार ने अल्प्राजोलम के 100 टेबलेट का एक डिब्बा झोलाछाप के काउंटर से बरामद किया। बाकी डब्बे बरामद करने का प्रयास नहीं किया। दोषियों के विरुद्ध अभी तक थाने में रिपोर्ट भी नहीं दर्ज कराई गई। प्रकरण में सीएमओ पीलीभीत ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी लोकेश गंगवार व फार्मासिस्ट राहुल को निलम्बित कर दिया था। दोषियों के विरुद्ध थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दूरभाष पर दिया लेकिन दोषियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज नही हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे लगता है कि स्वास्थ्य विभाग भ्रष्टाचार में लिप्त दोषियों को बचाने का प्रयास कर रहा है, जिसे भारतीय किसान यूनियन भानु संगठन किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। न्यायहित में दोषियों के विरुद्ध थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने और जांच-पड़ताल कर अल्प्राजोलम के शेष डिब्बों को बरामद कराने की मांग की।।

बरेली से कपिल यादव

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