बरेली। जनपद के थाना बारादरी क्षेत्र मे बीते गुरुवार को नगर निगम कर्मचारियों की लापरवाही से सब्जी विक्रेता की सिल्ट के नीचे दबकर हुई मौत मामले में आरोपी ठेकेदार ने घटना को छिपाने का भी प्रयास किया। उसने घटना मे प्रयुक्त ट्रैक्टर-ट्राली बदल दी थी। पुलिस इस मामले मे धोखाधड़ी करने का एक अन्य अभियोग पंजीकृत करने जा रही है। उधर, आरोपी को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया। पुलिस अब ट्रैक्टर चालक और लापरवाही भरे इस कृत्य में शामिल अन्य कर्मचारियों की तलाश कर रही है। थाना क्षेत्र के सतीपुर रोड मौर्य शांति नगर निवासी सब्जी विक्रेता सुनील कुमार (45) सतीपुर रोड के ककरड्या कब्रिस्तान के सामने गुरुवार दोपहर पेड़ की छांव में सो गए। इस दौरान नगर निगम के ठेकेदार नईम सफाई कर्मचारियों के साथ टैक्टर ट्राली में सिल्ट भर कर लाये और गिराकर चले गई। लापरवाही से सिल्ट गिराने से सुनील उसी में दब गए और उनकी मौत हो गई। परिजन खोजते हुए उनके पास पहुंचे। परिवार के लोग उन्हें सिल्ट से निकालकर अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सुनील के पिता गिरवर सिंह प्रजापति ने आरोपी ठेकेदार बदायूं के थाना इस्लामनगर क्षेत्र के मोहल्ला कुम्हरान निवासी ठेकेदार नईम शास्त्री उर्फ नईमुद्दीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घटना के बाद से ट्रैक्टर चालक और ठेकेदार दोनों फरार थे। पुलिस ने शनिवार को आरोपी ठेकेदार नईम शास्त्री को गिरफ्तार कर लिया और रविवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। उधर पुलिस ट्रैक्टर चालाक और सहयोगी कर्मचारियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपी ठेकेदार ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े एक व्यक्ति की मदद से घटना मे प्रयुक्त ट्रैक्टर ट्राली को बदलने का प्रयास किया ताकि पुलिस को भ्रमित किया जा सके। पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ भी साक्ष्य जुटाए जा रहे है। यदि साक्ष्य पुष्ट हुए तो अतिरिक्त धाराएं लगाकर और आरोपियों को नामजद किया जाएगा। साथ ही प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने मामला धारा 105/61 (2) बीएनएस मे तब्दील कर दिया है। बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडे ने बताया कि आरोपी ठेकेदार नईम शास्त्री ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह वर्ष 2012 से एनीजेनी सर्विसेज के नाम से नगर निगम में आउटसोर्सिंग के तहत काम कर रहा था। कंपनी के माध्यम से वह प्रतिदिन लगभग 250 लेबर और 40 से 45 ट्रैक्टर ट्रॉली नगर निगम को उपलब्ध कराता रहा है। पुलिस द्वारा कंपनी एनीजेनी सर्विसेज को ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। ठेकेदार के नेटवर्क से जुड़े अन्य ट्रैक्टर चालक और सफाईकर्मियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।।
बरेली से कपिल यादव