बरेली। गर्मी के प्रकोप के साथ डायरिया रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है। जिला अस्पताल की ओपीडी में सोमवार को तीन हजार से ज्यादा मरीज पहुंचे। 100 से अधिक लोग डायरिया से ग्रसित मिले। बुखार के 90 और 60 से अधिक सांस रोगी मिले। दवा काउंटर से ओपीडी परिसर तक मरीजों की भीड़ दिखी। पैथोलॉजी लैब में गर्मी से बचाव के इंतजाम नाकाफी थे। जिला अस्पताल में सप्ताह भर से बेड फुल चल रहे हैं। सोमवार को 1408 नए मरीजों का पंजीकरण हुआ, जबकि 2000 के करीब पुराने मरीजों को परामर्श दिया गया। फिजिशियन डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि ओपीडी मे डायरिया व बुखार के रोगी अधिक आ रहे हैं। बुजुर्गों मे सांस की समस्या अधिक देखने को मिल रही है। वही पैथोलॉजी लैब मे रोजाना 100 से अधिक मरीज जांच कराते हैं, मगर यहां गर्मी से राहत पहुंचाने के नाम पर सिर्फ एक कूलर लगा है, जो नाकाफी है। इस वजह से मरीजों को कर्मी से राहत नही मिल रही है। हालांकि, एक अन्य कूलर उपलब्ध कराने के लिए लैब प्रबंधन एडीएसआईसी को पत्र लिख चुका है, मगर अभी तक इस ओर ध्यान नही दिया गया है। वही सीएमओ कार्यालय में आयोजित शिविर में दिव्यांगों की संख्या कम दिखी। दरअसल, शिविर में अव्यवस्थाएं हावी रहती है। यहां बैठने के लिए पर्याप्त कुर्सियां और न ही पीने के लिए शुद्ध पानी है। शिविर में 60 से अधिक दिव्यांग आते हैं, लेकिन 20 से 30 दिव्यांगों के प्रमाण पत्र बन पाते हैं। दिव्यांगों के अनुसार आने जाने में अच्छा खासा किराया खर्च होता है, मगर एक बार में शिविर में काम नहीं हो पाता है। कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। इससे समय और पैसा बर्बाद होता है। गर्मी और तेज धूप की वजह से भी कम ही दिव्यांग शिविर का रुख कर रहे है।।
बरेली से कपिल यादव