फरीदपुर, बरेली। जनपद के थाना फरीदपुर मे पटाखा के गोदाम में आग के बाद पुलिस और अग्निशमन विभाग की जांच में साफ हुआ कि जिस गोदाम में आग लगी वहां पटाखों का अवैध भंडारण किया गया था। बावजूद दमकल विभाग मामले की गंभीरता को नजरअंदाज कर कारोबारी को बचाने में जुटा है। विभाग महज एक नोटिस जारी कर पूरे मामले को निपटाने की तैयारी कर रहा है। एसपी साउथ ने तीखी नाराजगी जताई। कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। जय अंबे ट्रेडर्स के नाम से पटाखों के बड़े कारोबारी अमरीश अग्रवाल के गोदाम में शनिवार रात आग लग गई थी। फरीदपुर एफएसओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि गोदाम के गेट पर बने गार्ड रूम के ऊपर पटाखों का अवैध भंडारण किया गया था। जब फायर ब्रिगेड की टीम वहां पहुंची तो गार्ड रूम में तेज आग जल रही थी और लगातार धमाके हो रहे थे। दरवाजा तोड़कर फायरकर्मियों ने आग बुझाने का प्रयास किया। बरेली से अतिरिक्त दमकल गाड़ियां बुलाकर एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। फरीदपुर थाने के इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह ने एसपी साउथ अंशिका वर्मा को दी रिपोर्ट में बताया कि जिस गोदाम में आग लगी थी। उससे महज 40 मीटर की दूरी पर पेट्रोल पंप था। आग लगने की सूचना राहगीरों ने दी थी न कि गोदाम मालिक या चौकीदार ने। इस पर नाराजगी जताते हुए एसपी साउथ ने निर्देश दिया है कि पेट्रोल पंप की अनुमति से जुड़े सभी दस्तावेजों की जांच की जाए और सीएफओ चंद्रमोहन शर्मा से हादसे में सामने आई खामियों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। जांच में पता चला कि अमरीश अग्रवाल के बड़े गोदाम (मैगजीन) में करीब 1300 क्विंटल पटाखों का स्टॉक रखा गया था, जबकि लाइसेंस 1600 क्विंटल का था। जिस स्थान पर आग लगी थी, वहां सौ किलो से ज्यादा पटाखे अवैध तरीके से जमा किए गए थे।।
बरेली से कपिल यादव