बरेली। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से रविवार को शहर के 21 केंद्रों पर ग्राम पंचायत अधिकारी की परीक्षा हुई। पंजीकृत 10008 में से 4504 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जबकि 5504 अनुपस्थित रहे। 100 नंबर के प्रश्न में सबसे ज्यादा पंचायती राज विभाग और केंद्र, राज्य सरकार से जुड़ी योजनाओं से संबंधित सवाल पूछे गए थे। शॉर्ट में लिखे योजनाओं के नाम से अभ्यर्थी चकरा गए। अभ्यर्थियों के अनुसार ज्यादातर सवाल कठिन थे। कौन सा राज्य 2009-10 में शुरू हुए पीएमएजीवाई के पायलट चरण में शामिल नही था, किस आयोग ने ग्रामीण शासन के लिए पंचायती राज व्यवस्था की सिफारिश की थी, उत्तर प्रदेश नगर निगम अधिनियम 1959 की कौन सी धाराएं नगर निगम के मतदाता सूची तैयार करने से संबंधित हैं, ग्राम पंचायत के उप-प्रधान का कार्यकाल कब समाप्त होता है, राज्य विधानमंडल पंचायती राज शासन के किस पहलू को विनियमित करता है, राजीव गांधी पंचायती सशक्तीकरण अभियान का वित्तपोषक अनुपात कितना है, आजादी के बाद भारत में सबसे पहले पंचायती राज व्यवस्था किस राज्य में लागू की थी जैसे तमाम सवाल परीक्षा में पूछे गए। अभ्यर्थियों ने कहा कि सवाल काफी कठिन पूछे गए थे, जिन्हें हल करने में काफी समय लगा।।
बरेली से कपिल यादव