पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों को मिलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश का किया जाए निर्माण – भगत सिंह वर्मा

सहारनपुर -आज यहां देवबंद सिविल बार एसोसिएशन के बार रूम में पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण व हाई कोर्ट की मांग को लेकर अधिवक्ता गण की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि आज समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 8 करोड़ जनता की उन्नति के लिए 26 जिलों को मिलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण किया जाए। उत्तर प्रदेश देश ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा राज्य है। दुनिया के मात्र तीन देश जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश से बड़े हैं। चीन भारतवर्ष व व संयुक्त राष्ट्र अमेरिका। संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की जनसंख्या 35 करोड़ है और वहां पर 50 राज्य हैं। जबकि अकेले उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 25 करोड़ है। बड़ा राज्य होने के कारण यहां कानून व्यवस्था चौपट हो गई है। पूरा राज्य गरीबी महंगाई भ्रष्टाचार बेरोजगारी और गुंडागर्दी की चपेट में है। देश और उत्तर प्रदेश की उन्नति के लिए उत्तर प्रदेश को चार भागों मे बांटकर पृथक पश्चिम प्रदेश के 24 जिलों को मिलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। पृथक पश्चिम प्रदेश बनने पर यहां शिक्षा चिकित्सा अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी और सभी को निशुल्क होगी। शिक्षित बेरोजगार युवाओं को सरकारी व प्राइवेट नौकरी होगी। और प्रति व्यक्ति वार्षिक आय पृथक राज्य में लक्जमबर्ग कतर सिंगापुर देश से भी अधिक होगी। आज बड़ा राज्य होने के कारण उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय मात्र ₹90000 वार्षिक है। जबकि छोटे राज्य हरियाणा में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 4 लाख रुपए से भी अधिक है। छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण से देश की उन्नति भी संभव है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि 45 वर्ष से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिवक्ता गण मेरठ में हाई कोर्ट की बेंच की स्थापना के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 80% राजस्व सरकार को देने के बावजूद भी आज तक मेरठ में हाई कोर्ट बेंच की भी स्थापना नहीं की गई है। जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 8 करोड़ जनता के लिए सरासर अन्याय है। अब समय आ गया है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान मजदूर व्यापारी दुकानदार उद्योगपति बुद्धिजीवी पत्रकार छात्र और युवा शक्ति को पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के लिए संघर्ष करना होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी को एक पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण करने के लिए राज्य पुनर्गठन आयोग गठित करने की मांग की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए बार एसोसिएशन देवबंद के अध्यक्ष नरेश कुमार एडवोकेट ने कहा कि अब हमें हाईकोर्ट की बेंच नहीं मेरठ में पूरा हाई कोर्ट चाहिए। अब तक लगातार केंद्र सरकार व पूर्वाचल के नेताओं ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जनता की घोर अनदेखी की है। भारी राजस्व देने के बावजूद भी यहां अभी तक हाई कोर्ट की बेंच स्थापित करने के बारे में भी नेताओं ने नहीं सोचा है। अध्यक्ष नरेश कुमार एडवोकेट ने कहा कि अब हमें सभी को एकजुट होकर पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा के साथ संघर्ष करना होगा। जब हमारा पश्चिम प्रदेश अलग राज्य होगा तो मेरठ में ही राजधानी और हाई कोर्ट भी होगा। बैठक का संचालन बार एसोसिएशन देवबंद के सचिव मोहम्मद मुरसलीन एडवोकेट ने किया। बैठक को पूर्व अध्यक्ष सुरेश चंद त्यागी एडवोकेट मोहम्मद हादी खान एडवोकेट बालेश्वर प्रसाद एडवोकेट रामकिशन सैनी एडवोकेट ने संबोधित किया। बैठक में रंजीत एडवोकेट बाल किशोर त्यागी एडवोकेट आदेश त्यागी एडवोकेट रणवीर सिंह एडवोकेट सद्दाम राव एडवोकेट चौधरी आर्मी एडवोकेट सुनील रोड एडवोकेट करमजीत सिंह एडवोकेट विनय कुमार एडवोकेट अमित सिंगला एडवोकेट कंवरपाल एडवोकेट अशोक कुमार एडवोकेट फैजल एडवोकेट आदित्य कुमार एडवोकेट सुशील कुमार एडवोकेट विजेंद्र कुमार एडवोकेट सुनील त्यागी एडवोकेट अनुपम विशिष्ट एडवोकेट अजीत सिंह एडवोकेट नरेश रोड एडवोकेट पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के मंडल उपाध्यक्ष कृपाल सिंह जिला महामंत्री विशाल त्यागी केसर आलम धर्मपाल चौधरी आदि ने भाग लिया।
– सहारनपुर से रविश आब्दी

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