देवरनियां, बरेली। शुक्रवार की देर रात आई तेज आंधी लोगों पर कहर बनकर टूटी। देवरनियां क्षेत्र मे मकान का छज्जा और झोपड़ी ढहने से दो लोगों की जान चली गई। जबकि दो लोग घायल हो गए। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार के निर्देश पर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीम ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दिया। देर शाम तक मृतकों के परिजनों के खातों में कोषागार के जरिए धनराशि भिजवा दी। शुक्रवार की रात करीब 10.30 बजे तेज आंधी और बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया। देवरनियां के गांव उदरा निवासी कृष्णपाल (50) बारिश से बचने के लिए छज्जे के नीचे लेट गए। कुछ दूरी पर उनकी पत्नी रूपा देवी और पौत्र हर्षित लेटे थे। आंधी-पानी में अचानक छज्जा भरभराकर गिर गया। तीनों लोग मलबे मे दब गए। शोर शराबा होने पर ग्रामीणों ने जब तक मलबा हटाया, तब तक कृष्णपाल की मौत हो चुकी थी। रूपा देवी और हर्षित गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी थाना क्षेत्र के बसंतनगर जागीर निवासी रामचरन (63) झोपड़ी में लेटे थे। आंधी-पानी के कारण उनकी झोपड़ी गिर गई थी। जिसके नीचे रामचरन लाल दब गए। रामचरन के बेटे संजीव ने बताया कि वह पिता को अस्पताल ले जाने का इंतजाम कर रहे थे, तब तक उन्होंने दम तोड़ दिया। वही भदपुरा क्षेत्र मे आंधी-पानी ने कई गांवों मे काफी नुकसान किया। गांव डडिया सफदर अली निवासी प्रेमराज शुक्रवार की रात पत्नी और बच्चों के साथ कच्चे मकान में सो रहे थे। रात में तेज आंधी और बारिश की वजह से घर की कच्ची छत का एक हिस्सा भरभरा कर गिर गया। प्रेमराज, उनकी पत्नी वीरमती और बच्चे बाल बाल बच गए। हालांकि घर में रखा सामान खराब हो गया।।
बरेली से कपिल यादव