बरेली। बुधवार को रिश्वत से संबंधित चार शिकायतें जिलाधिकारी से की गई। इसमें फरीदपुर मे पूर्व लेखपाल पर लेखपाल से मिलकर जमीन पर कब्जा कराने और 10 हजार रुपये वसूलने का आरोप है। वही सेमीखेड़ा मे कानूनगो पर दूसरे पक्ष से साठगांठ कर तूदाबंदी की गलत रिपोर्ट देने का आरोप लगाया है। प्रधानमंत्री आवास योजना मे 10 हजार रुपये रिश्वत मांगने की शिकायत की गई है। इन प्रकरणों में जांच बैठा दी गई है। तहसील फरीदपुर के थाना भुता क्षेत्र के ग्राम डभौरा गंगापुर निवासी निशा पत्नी रजनीश ने बुधवार को डीएम के जनता दर्शन में शिकायत की कि उसकी कृषि भूमि ग्राम डंडिया में है। जिस पर उसके दो भाई काबिज है। आरोप लगाया कि जमीन पर गांव के दबंगों से मिलकर सेवानिवृत्त लेखपाल क्षेत्र के लेखपाल से साठगांठ कर पक्का निर्माण कराकर कब्जा करना चाहता है। उसके भाई का बालिग होने का प्रमाणपत्र बनवाने के लिए लेखपाल ने 10 हजार रुपये ले लिए। बावजूद प्रमाणपत्र नही बनाया है। न ही खतौनी में भाई का नाम चढ़ा रहा है। जिलाधिकारी ने एसडीएम और सीओ को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। तहसील बहेड़ी के ग्राम सेमीखेड़ा निवासी बलदेव गिरी ने शिकायत की कि उसे अपने गुरू महेंद्र गिरी से गांव के पास जमीन विरासत में प्राप्त हुई थी। इस पर तहसीलदार बहेड़ी के आदेशानुसार काबिज है। 8 मार्च को तहसीलदार ने खेत संख्या 85 की तूदाबंदी के आदेश दिए। कानूनगो व लेखपाल समेत कई लोग खेत पर आए तभी सेमीखेड़ा के कुछ लोग विरोध करने लगे। आरोप है कि कानूनगो ने दूसरे पक्ष से साठगांठ कर गलत रिपोर्ट लगा दी। डीएम ने एसडीएम बहेड़ी व सीओ को कार्रवाई के निर्देश दिए। फरीदपुर तहसील के मोहल्ला शक्तिपुरम निवासी इंद्रपाल पुत्र हरीराम ने शिकायत की कि वह अपने प्लाट पर झोपड़ी बनाकर रह रहा है। आवास स्वीकृत हुए छह माह हो गए लेकिन अभी तक धनराशि नही मिली। कुछ दिन पूर्व एक व्यक्ति अधिकारी बनकर आया और 10 हजार रुपये मांगे। रुपये न देने पर आवास नही मिलने की धमकी दी। पीओ डूडा को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए है।।
बरेली से कपिल यादव