बरेली। जनपद पीलीभीत मे इंटेलीजेंस विंग मे तैनात महिला हेड कांस्टेबल रोशनी शुक्ला ने शहर के एक फिजियोथेरेपिस्ट और उसके अनट्रेंड सहायक ट्रेनर पर बेटे के कूल्हे की हड्डी तोड़ने का आरोप लगाया है। आरोप है कि शिकायत पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। आईजी के आदेश पर थाना बारादरी पुलिस ने फिजियोथेरेपिस्ट और उसके सहयोगी समेत तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस जांच कर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का दावा कर रही है। रोशनी शुक्ला ने बताया कि 17 मार्च की रात करीब 9 बजे उनके बेटे अस्तित्व शुक्ला के पैर मे दर्द की शिकायत हुई। उन्होंने बेटे को बीसलपुर चौराहा के निकट आकाश टावर मे संचालित प्रांशुल फिजियोथेरेपी सेंटर मे दिखाया। सेंटर हेड फिजियोथेरेपिस्ट जितेंद्र मौर्य ने उनके बेटे को देखने के बाद अपने एक अप्रशिक्षित सहायक के हवाले कर दिया। उन्होंने डॉ. विजय मौर्य से कहा तो उन्होंने कहा कि सहायक प्रशिक्षित है। डॉ. मौर्य अन्य लोगों से बातचीत मे व्यस्त रहे और सहायक ने गलत ढंग से थेरेपी कर बेटे के कूल्हे की हड्डी तोड़ दी। इससे बेटे के पैर मे तेज दर्द होने लगा और वह जोर-जोर से चिल्लाने लगा। बावजूद इसके सहायक और डॉक्टर उसके पैर और कूल्हे को मोड़ते रहे। इसकी वजह से वह चलने मे असमर्थ हो गया। बेटे के पैर मे ज्यादा दर्द होने पर उसे हायर सेंटर मे दिखाया। जहां मेडिकल जांच मे उसके कूल्हे मे फ्रैक्चर होने की बात सामने आई। इसके बाद लगभग साढ़े तीन लाख रुपये से उसका इलाज कराया गया। आरोप है कि उनका बेटा सेंटर बिना किसी सहारे के गया था। सीसीटीवी मे भी यह दिख रहा है लेकिन जब वह फिजियोथेरेपी के बाद सेंटर से वापस आया तो उसे चलने मे दिक्कत हो रही थी। उन्होंने इसकी शिकायत फिजियोथेरेपिस्ट और बारादरी पुलिस से की लेकिन वह अपनी गलती मानने को तैयार नही हुए। इसके बाद उन्होंने आईजी से मामले की शिकायत की। आईजी के आदेश पर पुलिस ने डॉ जितेंद्र मौर्य समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।।
बरेली से कपिल यादव