बरेली। बरेली बार एसोसिएशन के सदस्यों ने 19 सूत्रीय मांगों को लेकर अधिवक्ता शंकर कुमार सक्सेना, अंगन सिंह अंगद, संजय वर्मा ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यह आंदोलन सचिव बीपी ध्यानी व शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ शुरू हुआ जो प्रत्येक गुरुवार और शुक्रवार को दोपहर 1:30 से 4:30 बजे तक जारी रहेगा। अधिवक्ताओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नही होंगी। यह प्रदर्शन अनवरत चलता रहेगा। इस आंदोलन के पीछे बार एसोसिएशन में पारदर्शिता, जवाबदेही और संवैधानिक अधिकारों की बहाली की मांग प्रमुख है। प्रदर्शनकारी अधिवक्ताओं की प्रमुख मांगों में बार एसोसिएशन को बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश से संबद्ध करना, कार्यकाल को एक वर्ष तक सीमित करना, आय-व्यय का सार्वजनिक खुलासा, मैनेजिंग कमेटी और जनरल हाउस की बैठक बुलाना शामिल है। इसके अलावा चुनाव में झूठे घोषणा पत्र जारी करने वालों को सबक सिखाने और सचिव द्वारा अपने समर्थकों को लाभ पहुंचाने के आरोपों की जांच की मांग भी उठाई गई है। अधिवक्ताओं का आरोप है कि सचिव बीपी ध्यानी ने अपने पांच साल के कार्यकाल मे 400 से अधिक खाली चैंबरों का आवंटन नही किया और अपने चुनावी एजेंट आनंद रस्तोगी के साथ मिलकर सालाना एक करोड़ रुपये से अधिक की अनधिकृत कमाई की। अधिवक्ताओं का कहना है कि सचिव और उनके समर्थकों ने बार एसोसिएशन को लूट का अड्डा बना दिया है। जिसे मुक्त कराने के लिए यह आंदोलन जरूरी हो गया था। धरने मे जितेंद्र कुमार गौतम, हरि प्रकाश, सचिन सिंह, दिनेश कुमार, मोहम्मद शाकिर, नीरज संघर्षी, ओंमकार सिंह, दिनेश सिंह, सत्येंद्र पाल सिंह आदि मौजूद थे।।
बरेली से कपिल यादव