मीरगंज, बरेली। जनपद के थाना मीरगंज के एक ईट भट्ठे पर शनिवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। काम करने के दौरान ईटों के मलबे मे छह मजदूर दब गए। बताया जा रहा है कि पांच मजदूरों को जिंदा निकाल लिया गया है। वही एक मजदूर की मौत हो गई। हादसे की सूचना पर तीन थानों की फोर्स के साथ अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने राहत और बचाव का काम शुरू कराया। घटना के बाद आक्रोशित भीड़ ने हंगामा कर दिया। एंबुलेंस पर पथराव कर दिया और हाईवे पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने भीड़ को समझा-बुझाकर शांत कराया। हादसे में मारे गए मजदूर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। नेशनल हाईवे पर ईट भट्ठा न्यू दुर्गा ब्रिक इंडस्ट्रीज के चारों तरफ दीवार बनी थी। इसी दौरान दीवार गिर गई और मलबे के नीचे छह मजदूर दब गए। घटना के बाद सूचना मिलने पर फतेहगंज पश्चिमी, मीरगंज समेत तीन थानों की पुलिस, अग्निशमन टीम के साथ सीओ, एसडीएम मौके पर पहुंचे। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। सूचना पर जिला प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मौके पर क्रेन भेजी और राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया। मौके पर तत्काल सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। ईंट-भट्ठे की दीवार के नीचे दबे मजदूरों को ढूंढकर निकाला गया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद नन्हें बाबू, इसरार, बबलू, राजीव और गोपाल को जिंदा बाहर निकल गया। वहीं धनेटा के रहने वाले छोटेलाल नाम का मजदूर अब भी लापता था। बाहर निकाले गए मजूदरों को नजदीकी अस्पताल में भेजा गया है। घटना के बाद से ईंट-भट्ठा मालिक फरार बताया जा रहा है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। करीब तीन घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद लापता मजदूर छोटेलाल मलबे के नीचे दबा हुआ मिला। उसे भी बाहर निकाला गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। हादसे की सूचना पर वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे है। घटना के बाद मजदूरों के घरवाले और ग्रामीण भड़क गए। लोगों ने वहां हंगामा कर दिया। मौके पर पहुंची एंबुलेंस पर ईंट पत्थर फेंके और हाईवे पर जुट गए। भीड़ ने हाइवे पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस अधिकारियों ने काफी मशक्कत के बाद उनको शांत कराया और शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। अधिकारियों का कहना है कि घटना के बाद से ईंट भट्ठा संचालक भाग गया है। उसकी तलाश की जा रही है।।
बरेली से कपिल यादव