मीरगंज, बरेली। जनपद के ब्लॉक मीरगंज के परिसर में खड़ा बेसकीमती सागौन का हरा भरा पेड़ बिना अनुमति के काट डाला। कुछ लकड़ी नदारद हो गयी और कुछ एक अभी मौजूद है। लेकिन विभागीय जिम्मेदार और वन विभाग इस मामले मे चुप्पी साधे हुए है आखिर कोई बताने वाला नही है कि आखिर नियम विरूद्ध तरीके से ऐसा क्यों किया गया। ब्लॉक मीरगंज कार्यालय के समीप खण्ड विकास अधिकारी के कार्यालय के पीछे सटा हुआ दशकों पुराना एक बेशकीमती सागौन का इमारती पेड़ खड़ा था। जिसे किसी जिम्मेदार ने ही अपनी जरूरत की पूर्ति करने हेतु नियमों को ताक पर रखकर अबैध रूप से तकरीबन एक डेढ़ माह पहले कटवा दिया और उपर की तमाम लकड़ी भी गायव हो गयी। वर्तमान मे पेड़ के चार पीस बने हुए ही रह गये है। बताते हैं कि यह भी लकड़ी तब बची है जब किसी ने इसे नदारद करने में अवरोध किया था। लेकिन यह सबकुछ जिम्मेदारों की नजरों के सामने हुआ। फिर भी चुप्पी साधे हुए हैं। इसके बाबजूद भी अभी तक शेष बची लकड़ी की नीलामी प्रक्रिया भी शुरू नहीं करना संज्ञान में आया है। काटे गये इमारती सागौन के पेड़ की कीमत तकरीबन 40 हजार रूपये के लगभग बताई जाती है। खंड विकास अधिकारी कुलदीप कुमार ने बताया कि कार्यालय की दीवार से सटा हुआ सागौन का पेड़ खड़ा था जोकि बिल्डिंग पर बुरी तरह से झुका हुआ था। जिसके गिरने से कार्यालय की दीवार भी क्षतिग्रस्त हो सकती थी। सागौन का पेड़ उनकी गैर मौजूदगी में काट दिया गया। जिसके टुकड़े सुरक्षित स्टोर में एवं कार्यालय के बाहर पड़े है।।
बरेली से कपिल यादव