बरेली। रोडवेज बसों की कमी के कारण बस अड्डों पर पूरे दिन मुसाफिरों को भटकना पड़ रहा है। बसों की इतनी कम है। कई रूटों पर केवल पांच-पांच ही बसें चल रही हैं। सोमवार को काफी यात्री बसों के इंतजार मे बैठे-बैठे परेशान होकर लौट गए। उनको बस ही नही मिली। पांच दिन बाद हर रूट पर बसें मिलने लगेंगी। कई लोगों ने परिवहन निगम के टोल फ्री नंबर पर बसों के संबंध में शिकायत भी की। हालांकि रविवार रात से कुछ बसों की प्रयागराज से वापसी कराई जाने लगी है। परिवहन निगम की 510 बसें महाकुंभ मेला गई हैं। बरेली रीजन ही नही अन्य रीजनों से भी बसें कुंभ मेला में श्रद्धालुओं की सेवा में लगी है। ऐसे में करीब दो सप्ताह से बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद, हरदोई, लखनऊ रीजन के डिपो में बसों की कमी चल रही है। हरिद्वार, दिल्ली, आगरा, मथुरा आदि रूटों के मुसाफिरों को बसों के इंतजार में घंटों बस अड्डों पर भटकना पड़ रहा है। सोमवार को पुराना शहर के साजिद, परवीन जहां और आसिफ को दिल्ली की बस नही मिली। डेढ़ घंटा इंतजार किया। इसके बाद पर ट्रेन से दिल्ली गए। कोहाड़ापीर की कमलेश और पूजा को हल्द्वानी की बस के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। सेटेलाइट पर भी शाम को पूरनपुर, बंडा और फर्रखाबाद की कोई बस नही थी। यात्री बसों के इंतजार मे इधर-उधर भटक रहे थे। अधिकारियों का कहना है कि एक दो दिनों की बात है। यात्रियों की समस्या को देखते हुए प्रयागराज में खाली खड़ी बसों की वापसी कराई जाने लगी है। रविवार से 10-10 बसें भेजी जाने लगी हैं। सात फरवरी की रात तक सभी बसें वापस आकर निर्धारित रूटों पर चलने लगेंगी।।
बरेली से कपिल यादव