* लखनऊ के बड़ा और छोटा इमामबाड़ा को सरकारी संपत्ति बताने वालों को बयान वापस लेना चाहिए
सहारनपुर- लखनऊ के बड़ा इमामबाड़ा और छोटा इमामबाड़ा को सरकारी संपत्ति बताने वाले दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए सहारनपुर के शिया छोटे इमामबाड़े के मुतवल्ली और सचिव दानिश आब्दी ने स्पष्ट किया कि ये दोनों इमामबाड़े सरकारी संपत्ति नहीं हैं, बल्कि “हुसैनाबाद ट्रस्ट” के अंतर्गत आते हैं।
दानिश आबदी ने कहा कि ऐसे किसी भी बयान का कोई प्रमाण नहीं है जो इन इमामबाड़ों को सरकारी संपत्ति साबित करता हो। यह धार्मिक स्थल शिया समुदाय की आस्था और परंपराओं का केंद्र हैं, जहां वर्षों से मोहर्रम की मजलिसें और जुलूस निकाले जाते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि बड़ा और छोटा इमामबाड़ा पूरी तरह से हुसैनाबाद ट्रस्ट के अधीन हैं और इनके रिकॉर्ड पूरी पारदर्शिता के साथ रखे गए हैं। ऐसे में बेबुनियाद बयानबाजी करने वाले लोग अपने दावे वापस लें और शिया समुदाय की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें।
रिपोर्ट रवीश आब्दी