बरेली- दरगाह आला हज़रत/ताजुश्शरिया में हजरत ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ का 813 वां सलाना उर्स क़ाज़ी ए हिंदुस्तान मुफ़्ती मुहम्मद असजद रज़ा खान क़ादरी की सरपरस्ती में बड़ी शानो शौकत के साथ मनाया गया।
जमात रज़ा ए मुस्तफ़ा के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष सलमान हसन खान (सलमान मिया) ने बताया कि आज ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ का 813 वां उर्स दरगाह दरगाह आला हज़रत/ताजुश्शरिया पर धूमधाम के साथ मनाया गया। उलेमा किराम ने ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ की जिन्दगी पर रोशनी डाली। हिन्दुस्तान के अलावा पूरी दुनिया के कोने-कोने से आकर लोग अजमेर शरीफ दरगाह पर अकीदत के साथ उर्स शिरकत करते है। जो लोग उर्स के मौके पर नहीं जा सके वह अपने इलाक़ों की मस्जिदों में महफ़िल सजाकर व घरों में फातिहा दिलाते हैं और उर्स मनाते है। उर्स के मौके पर समरान खान ने जमात रज़ा ए मुस्तफ़ा की जानिब से सरकार ग़रीब नवाज़ की बारगाह में चादर पेश की ।
जमात रज़ा ए मुस्तफ़ा के जनरल सेक्रेटरी फरमान हसन खान (फरमान मिया) ने कहा कि अजमेर शरीफ की विश्व प्रसिद्ध ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ का सालाना उर्स हिजरी कैलेंडर के मुताबिक रजब की 6 तारीख़ को मनाया जाता है । जिसमे देश व दुनिया से लोग उर्स में शिरकत देने के लिए अजमेर शरीफ पहुंचते हैं और ख़िराजे अक़ीदत पेश करते हैं। उन्होंने बताया कि दरगाह दरगाह आला हज़रत/ताजुश्शरिया में उर्से ग़रीब नवाज़ के मौके पर देश में अमन व चैन की दुआ की गयी और अकीदतमंदों के लिए लंगर का भी इंतेज़ाम किया गया।
इस मौके पर उलेमा किराम मौजूद रहे मुख्य रूप से मुफ़्ती सय्यद अज़ीमुद्दीन, मौलाना आज़म मरकज़ी, मौलाना ज़ैद मरकज़ी, हाफिज़ कैफ, डॉ मेहंदी हसन, शमीम अहमद, मोइन खान, अब्दुल्लाह रज़ा खान, शईबउद्दीन रज़वी, मुहम्मद रजा़, सुहैल खान, असलम खान, फैसल अंसारी, अख़लाक़ मंसूरी, दन्नी अन्सारी आदि लोग मौजूद रहे ।
– बरेली से तकी रज़ा