प्रयागराज- प्रयागराज के सेंट्रल हॉस्पिटल में आज का दिन खुशियों से भर गया जब बांदा की एक महिला ने अस्पताल में पहली कन्या को जन्म दिया। डॉक्टरों और स्टाफ की मेहनत और कुशलता ने इस डिलीवरी को सकुशल संपन्न किया। महाकुंभ से पहले इस अस्पताल की सेवाएं न सिर्फ लोगों को भरोसा दे रही हैं, बल्कि नई उम्मीदें भी जगा रही हैं।
डिलीवरी के बाद महिला और नवजात दोनों स्वस्थ हैं। यह खुशी सिर्फ परिवार तक सीमित नहीं रही, बल्कि पूरे अस्पताल में एक जश्न जैसा माहौल बन गया। डॉक्टरों ने बताया कि यह उनके लिए एक खास पल है क्योंकि यह सेंट्रल हॉस्पिटल में जन्मी पहली कन्या है।
इससे एक दिन पहले, कौशांबी की एक महिला ने भी इसी अस्पताल में बेटे को जन्म दिया था। अस्पताल के डॉक्टरों ने दोनों मामलों में अपनी उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कीं।
महाकुंभ से पहले सेंट्रल हॉस्पिटल पूरी तरह से तैयार है, और यहां लेबर रूम से लेकर ICU तक की आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। अस्पताल प्रबंधन ने यह सुनिश्चित किया है कि महाकुंभ के दौरान हर जरूरतमंद को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं मिलें।
सेंट्रल हॉस्पिटल में पहली कन्या के जन्म ने यह साबित कर दिया कि यह न सिर्फ एक चिकित्सा संस्थान है, बल्कि जीवन और उम्मीदों का नया केंद्र भी बन रहा है।
प्रयागराज: महाकुंभ से पहले सेंट्रल हॉस्पिटल में गूंजी पहली कन्या की किलकारी
प्रयागराज के सेंट्रल हॉस्पिटल में आज का दिन खुशियों से भर गया जब बांदा की एक महिला ने अस्पताल में पहली कन्या को जन्म दिया। डॉक्टरों और स्टाफ की मेहनत और कुशलता ने इस डिलीवरी को सकुशल संपन्न किया। महाकुंभ से पहले इस अस्पताल की सेवाएं न सिर्फ लोगों को भरोसा दे रही हैं, बल्कि नई उम्मीदें भी जगा रही हैं।
डिलीवरी के बाद महिला और नवजात दोनों स्वस्थ हैं। यह खुशी सिर्फ परिवार तक सीमित नहीं रही, बल्कि पूरे अस्पताल में एक जश्न जैसा माहौल बन गया। डॉक्टरों ने बताया कि यह उनके लिए एक खास पल है क्योंकि यह सेंट्रल हॉस्पिटल में जन्मी पहली कन्या है।
इससे एक दिन पहले, कौशांबी की एक महिला ने भी इसी अस्पताल में बेटे को जन्म दिया था। अस्पताल के डॉक्टरों ने दोनों मामलों में अपनी उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कीं।
महाकुंभ से पहले सेंट्रल हॉस्पिटल पूरी तरह से तैयार है, और यहां लेबर रूम से लेकर ICU तक की आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। अस्पताल प्रबंधन ने यह सुनिश्चित किया है कि महाकुंभ के दौरान हर जरूरतमंद को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं मिलें।
सेंट्रल हॉस्पिटल में पहली कन्या के जन्म ने यह साबित कर दिया कि यह न सिर्फ एक चिकित्सा संस्थान है, बल्कि जीवन और उम्मीदों का नया केंद्र भी बन रहा है।