बरेली। रविवार को एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज मे क्रिटिकल केयर इन आब्सटेट्रिक्स विषय पर सीएमई का आयोजन हुआ। इसमें गर्भधारण से लेकर प्रसव तक होने वाले कांप्लिकेशन और इन्हें रोकने के उपाय व इससे संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा कि बच्चों का सुरक्षित जन्म और मां का जीवन दोनों महत्वपूर्ण है। जरा सी लापरवाही मां और बच्चे दोनों के जीवन पर संकट ला सकती है। सीएमई में नई दिल्ली, लखनऊ, एएमयू, हल्द्वानी और बरेली के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने विभिन्न मुद्दों पर व्याख्यान दिए। पीजी स्टूटेंड्स के लिए ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी पर लास्ट मिनट प्रिपरेशन बुक का भी लोकार्पण किया गया। उद्घाटन सत्र में एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति ने बच्चे के जन्म पर होने वाली माताओं की मौतों को दुखद बताया। इसी को ध्यान में रखते हुए एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में जल्द ही 100 बेड का होलिस्टिक मेडिकल केयर यूनिट आरंभ की जाने वाली है। इसमें आयुर्वेद, होम्योपैथ, यूनानी और नेचुरोपैथी सहित सभी पैथियों से मरीज का इलाज किया जाएगा। कार्यक्रम में प्रोफेसर (डॉ.) शशिबाला आर्य, डॉ. मृदु सिन्हा, डॉ. आयुषि शुक्ला, डॉ. बबिता कुमारी, डॉ. मोनिका अग्रवाल, डॉ. संदीप साहू, डॉ. विशाल सिंह, डॉ. शहला जमाल, डॉ. इंदू लता, डॉ. आरएम शर्मा आदि ने व्याख्यान दिए।।
बरेली से कपिल यादव