बरेली। भारत तिब्बत सहयोग मंच के तत्वाधान मे सेठ दामोदरदास पार्क मे बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में यज्ञ किया गया। ब्रज प्रान्त अध्यक्ष शैलेंद्र विक्रम के नेतृत्व मे बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ एवं भारत में रह रहे बांग्लादेशी विद्यार्थियों और वैध या अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को वापस बांग्लादेश भेजने के लिए आक्रोश अनशन किया। कहा कि बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के तख्ता पलट के बाद सत्तारूढ़ हुई सरकार के बाद से बांग्लादेश में रह रहे अल्पसंख्यकों को विशेष कर हिंदू धर्म को चिन्हित कर वामपंथियों और जिहादी मुसलमान द्वारा हिंसात्मक हमले किए जा रहे है। धार्मिक स्थल तोड़े जा रहे है। महिलाओं के साथ बलात्कार किया जा रहा है। निर्दोष हिंदुओं की गिरफ्तारी की जा रही है। उन्हें अपनी सरकारी नौकरी, व्यवसाय छोड़कर बांग्लादेश छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। बांग्लादेश की वर्तमान सत्तारूढ़ सरकार इस अमानवीय हिंसा को रोकने के प्रति ठोस कदम नही उठा रही है। इतिहास गवाह है कि जब बांग्लादेश के लोग पाकिस्तान द्वारा प्रताड़ित किये जा रहे थे तब भारत की सेना ने अपने प्राणों को निछावर कर बांग्लादेश को स्वतंत्रता दिलाई थी। लेकिन एहसान फरामोश बांग्लादेशी कट्टरपंथियों ने विगत समय जो अमानवीय व्यवहार किया वह अक्षम है। देश की स्थिरता बनाए रखने के लिए भारत में रह रहे कट्टरपंथियों को सख्त हिदायत दे अगर अन्य देश से आए हुए घुसपैठियों की स्थानीय स्तर पर मदद की जाएगी तो उन पर देशद्रोह का मुकदमा दायर होगा और उनकी सारी सुविधाएं छीन ली जाएगी, अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले भविष्य में हमारे देश में भी हिन्दुओं का जीवन असुरक्षित होने में देर नही लगेगी। कार्यक्रम का प्रारंभ विश्व शांति के लिए हवन-पूजन कर किया गया।।
बरेली से कपिल यादव