बरेली। कमिश्नर बरेली सौम्या अग्रवाल ने मंगलवार को जिले के किसानों से मिलने से मना कर दिया। इससे गुस्साए किसानों ने उनके कार्यालय पर धरना देकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि 60 से 70 लोगों को तीन घंटे इंतजार कराकर मिलने से किया इनकार कर दिया गया। यह अन्नदाताओं का अपमान है। अधिकारी जनता के लिए है। किसान नेता रवि नागर ने बताया कि वह अपनी बात को मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल के सामने रखना चाहते थे। जब वह मंडलायुक्त कार्यालय पहुंचे तो पता चला कि वह कोर्ट में है। उनके आने का किसानों ने करीब दो घंटे तक इंतजार किया। जब वह कोर्ट से वापस आई तो किसान नेताओं ने उनसे मिलने की कोशिश की। इसी बीच उनकी सुरक्षा में तैनात सिपाही ने किसानों को कमिश्नर सौम्या अग्रवाल की गाड़ी के सामने से हटा दिया। वही किसानों ने मण्डलायुक्त से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने अपनी गाड़ी का शीशा चढ़ा लिया और वह वहां से चली गई। इस बात को किसानों ने अपने मान सम्मान से जोड़ लिया और धरने पर बैठे गए। किसानों का कहना है कि उनका अपमान हुआ है। वह तब धरने से उठेंगे जब उनका मण्डलायुक्त से बात हो जाएगी। बरना अपनी किसान राजनीति छोड़ देंगे।।
बरेली से कपिल यादव