बरेली। गन्ना पेराई सत्र 2024-25 में गन्ना समर्थन मूल्य मे वृद्धि कर 450 रु क्विंटल किये जाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट मे प्रदर्शन किया। सभी ने जल्द राज्य परामर्शी मूल्य अविलंब तय किए जाने की मांग की। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के मंडल अध्यक्ष अरुण राठी ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा गन्ने का मूल्य अभी तक निर्धारित नही किया है। इसके लिए आज पूरे यूपी में प्रदर्शन किया जा रहा है। जिलाध्यक्ष तेजपाल गंगवार ने कहा कि गन्ने का भाव वर्तमान मे चीनी मूल्य के आधार पर नही बल्कि सह उत्पादों के आधार पर किया जाना चाहिए। आज गन्ने से एथनॉल, चीनी, शराब, बिजली, गैस आदि का उत्पादन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश मे पिछले वर्षों में भारत मे सबसे अधिक रिकवरी वाला प्रदेश है लेकिन गन्ना मूल्य मे हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड जैसे छोटे राज्यों से भी पीछे है। खेती की लागत हर वर्ष मंहगाई सूचकांक से भी अधिक बढ़ रही है। उत्पादन लागत अधिक होने के कारण वर्तमान मूल्य से किसानो को घाटा हो रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना पेराई सत्र 2024-25 के गन्ना मूल्य का निर्धारण अभी तक नही किया गया है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष गन्ने से बनने वाले सभी उत्पादों के मूल्य में वृद्धि हुए है। उर्वरक, कीटनाशी, खरपतवारनाशी, कृषि की मजदूरी में भी लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि होने के कारण गन्ना उत्पादन लागत में भी भारी वृद्धि हुए है उपरोक्त तर्क के आधार पर उत्तर प्रदेश का गन्ना किसान गन्ने का मूल्य 450 रुपये क्विंटल किए जाने की मांग की। सरकार जल्द रेट घोषित करे बरना किसान धरना प्रदर्शन करेगा। इस मौके पर किसान नेता हरिनाम सिंह वर्मा, तेजपाल गंगवार सहित तमाम किसान नेता मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव