बरेली। पुष्पेन्द्र गंगवार हत्याकांड में परिजन लगातार पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा रहे है। इसको लेकर एसएसपी अनुराग आर्य ने भुता इंस्पेक्टर और हलका इंचार्ज की भूमिका की जांच के लिए सीओ फरीदपुर आशुतोष शिवम को निर्देश दिए हैं। चर्चा है कि पुलिस ने इस मामले में आरोपी को हिरासत में ले लिया है और बाकी की तलाश चल रही है। भुता के खरदाह गांव निवासी 50 वर्षीय पुष्पेन्द्र गंगवार की मंगलवार शाम बीसलपुर रोड पर दौलतपुर पेट्रोल पंप के सामने सरेशाम बाइक सवार हमलावरों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। बेसिक स्कूल में टीचर पुष्पेन्द्र की पत्नी सुनीता गंगवार ने जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल गंगवार, सिपिन, विपिन, गौरव, सौरभ, देवेंद्र, संतोष, ब्रजेश कुमार उर्फ बिरजू और पवन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। पूरन लाल और पवन अभी जेल में है। पोस्टमार्टम के बाद परिवार वालों ने बीसलपुर हाईवे पर शव रखकर देर रात तक हंगामा किया और पुलिस को इस हत्या का जिम्मेदार ठहराया। उन लोगों ने कहा कि दूसरे पक्ष ने 2021 में पुष्पेंद्र के भाई की हत्या कर दी थी। पिछले दिनों पुष्पेंद्र को धमकी दी गई, जिसकी शिकायत भी हुई लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नही की। इन सभी आरोपों के चलते गुरुवार को एसएसपी अनुराग आर्य ने बीट सिपाही को सस्पेंड कर दिया। साथ ही भुता इंस्पेक्टर राजकुमार और हलका इंचार्ज सुभाष की भूमिका की जांच के लिए सीओ फरीदपुर को निर्देश दिए है। पुष्पेंद्र गंगवार की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद उनकी पत्नी संगीता ने जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर पूरन गंगवार समेत 10 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। हत्यारोपी घरों में ताले डालकर फरार हो गए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जिसमें पूरन गंगवार के कई मददगारों के नाम सामने आए है। पुलिस ने कई मददगारों के मोबाइल सर्विलांस पर लगाए हैं। जांच में सामने आया है कि जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर पूरन गंगवार से कई मददगार जेल मे मिलने गए थे। वही से पुष्पेंद्र की हत्या की साजिश रची गई थी। इन सभी के नाम मुकदमे में शामिल करने की तैयारी चल रही है। वही एक आरोपी को एसओजी व भुता पुलिस ले क्योलड़िया के एक गांव से गिरफ्तार कर लिया। वह अपनी रिश्तेदारी मे ठहरा हुआ था और कहीं भागने की फिराक मे था।।
बरेली से कपिल यादव