सरकारी ड्यूटी के दौरान निजी क्लिनिकों में सेवाएं देने पर दो चिकित्सकों के खिलाफ होगी सख्त कार्यवाही

* जिलाधीश का आकस्मिक निरीक्षण हुआ सोशल मीडिया पर वायरल

राजस्थान/बाड़मेर- बाड़मेर जिले में नवनियुक्त जिलाधीश टीना डाबी आमजन की मूलभूत समस्याओं का समाधान करते हुए राहत देने के साथ ही भजनलाल शर्मा सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार पहले शहर की साफ़ सफाई अभियान चलाकर शहर को साफ़ किया और साथ ही अस्पताल के सरकारी डाक्टरों द्वारा सरकारी डयूटी के दौरान निजी क्लिनिकों को खोलकर सेवाएं देने की खबरें मिलने पर आकस्मिक निरीक्षण करते हुए कार्यवाही अभियान चलाया लेकिन सोशलमीडिया पर खबर वायरल होने से कार्यवाही के दौरान उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिलीं।अन्यथा दो दर्जन से ज्यादा डाक्टरों के खिलाफ आज मिशन सफाई अभियान कामयाबी हासिल करता।

कलेक्ट्रेट परिसर में मिली आमजनता और जागरूक लोगों ने कहा कि साफ़ सफाई अभियान के साथ ही शहर में ऐसा ही एक अभियान सरकारी स्कूलों और कार्यालयों में नियुक्त सरकारी मास्टरों पर भी होना चाहिए जो कोचिंग सेंटरों और निजी विद्यालयों में जाकर सेवाएं उपलब्ध कराते हैं लेकिन सरकारी विधालयों में सिर्फ तनख्वाह उठाते हैं वैसी पढाई लिखाई सरकारी विद्यालयों में बच्चों को करवाने में उन्हें शर्म महसूस होती है।

जिला कलक्टर टीना डाबी ने बाड़मेर जिला अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों के डयूटी समय में निजी क्लिनिकों में सेवाएं देने संबंधित शिकायतें मिलने के उपरांत निजी अस्पतालों का आकस्मिक निरीक्षण किया। दो दर्जन से ज्यादा डाक्टरों द्वारा शहर में निजी क्लिनिकों को खोलकर आमजन और मरीजों को भारी भरकम बिल और जाचं पड़तालो के नाम पर लूट खसोट की शिकायत मिलने पर आकस्मिक निरीक्षण करते इससे पहले ही सोशलमीडिया पर खबर वायरल हो गई और सभी सरकारी डाक्टर सावधान हो गए। नेहरू नगर की डाक्टर स्ट्रीट में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान दो चिकित्सकों के निजी क्लिनिक में सेवाएं देते पाए जाने पर उनके खिलाफ जांच के निर्देश दिए गए है।

जिला कलक्टर टीना डाबी ने गुरूवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ नेहरू नगर एवं अन्य स्थानों पर निजी अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान शिशु रोग विशेषज्ञ डा. महेन्द्र चौधरी अपने आवास एवं डा. रमेश कटारिया निजी क्लिनिक में सेवाएं देते हुए पाए गए। इनके खिलाफ विभागीय जांच के लिए जिला अस्पताल के अधीक्षक को निर्देश दिए गए। जिला कलक्टर ने इस दौरान विभिन्न निजी चिकित्सालयों एवं राजकीय अस्पताल के उपस्थिति रजिस्टर का निरीक्षण किया। राजकीय अस्पताल के उपस्थिति रजिस्टर में कई चिकित्सकों के हस्ताक्षरों वाले कॉलम खाली पाए गए। इसको गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए गए।

जिला कलक्टर टीना डाबी ने बताया कि डयूटी समय में निजी क्लिनिकों में सेवाएं देते पाए जाने पर चिकित्सकों के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।

– राजस्थान से राजूचारण

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