भोजीपुरा थाने मे सबसे ज्यादा 278 विवेचनाएं लंबित, अलीगंज मे सिर्फ 21

बरेली। जनपद मे लोकसभा चुनाव, सावन और पुलिस परीक्षा भर्ती जैसी ड्यूटी के चक्कर मे पुलिस विभाग के जरूरी काम अटक गए है। मुकदमों की विवेचना इसमें सबसे अहम बिंदु है। जिले में 2517 विवेचना लंबित हैं। एसएसपी के मुताबिक उर्स व परीक्षा समापन के बाद अब अभियान चलाकर विवेचनाओं का निस्तारण किया जाएगा। थाना भोजीपुरा में सर्वाधिक 278 विवेचना लंबित हैं, जबकि अलीगंज में सबसे कम सिर्फ 21 विवेचना हैं। अन्य थानों की बात करें तो बारादरी में 197, फरीदपुर में 180, इज्जतनगर में 170, कोतवाली में 167, सुभाषनगर में 147, हाफिजगंज में 119, बहेड़ी में 107 और कैंट में 103 विवेचना लंबित है। आंवला में 92, सीबीगंज में 82, नवाबगंज में 81, शाही में 66, प्रेमगनर में 62, मीरगंज में 61, भुता में 59, किला में 57, फतेहगंज पूर्वी में 52, सिरौली में 51, देवरनियां में 49, भमोरा में 43, क्योलडिया में 41, शीशगढ़ में 38, फतेहगंज पश्चिमी में 29, विशारतगंज में 29 और शेरगढ़ में 27 विवेचना लंबित है। थाना भोजीपुरा मे अधिकांश मामले झगड़ा फसाद के हैं जो समय रहते चार्जशीट या एफआर लगाकर निपटाए जा सकते थे। हालांकि विवेचकों ने इसमें रुचि नही ली। यही वजह रही जो विवेचनाओं का अंबार लगता चला गया। मौजूदा थाना प्रभारी रामरतन सिंह के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने दो माह पहले तैनाती के बाद करीब सौ विवेचनाओं को निपटवाया है। वर्ना यहां विवेचनाओं की संख्या 350 के पार होती। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि पहले करीब 35 एफआईआर प्रतिदिन दर्ज होती थी। अब करीब 80 एफआईआर थानों मे प्रतिदिन दर्ज की जा रही हैं। विवेचना ज्यादा होने की यह भी वजह है। चुनाव के दौरान ट्रांसफर हुए तो कुछ थानों में दरोगा ज्यादा और कुछ में कम हो गए। अब उर्स व पुलिस परीक्षा निपट गई है। सभी जगह स्टाफ की समुचित तैनाती कर प्राथमिकता से विवेचना निस्तारण किया जाएगा।।

बरेली से कपिल यादव

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