मीरगंज, बरेली। जनपद के थाना मीरगंज मे स्क्रब टायफस के दो संदिग्ध मरीज मिले है। सीएचसी पर मरीजों की रेपिड कार्ड की जांच मे लक्षण मिलने के बाद आईडीएससपी (इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम) ने निगरानी बढ़ा दी है। दोनों मरीजों की एलाइजा जांच के लिए सैंपल लेकर जिला अस्पताल भेजे जाएंगे। सुभाषनगर मे 10 दिन पहले लेप्टोस्पायरोसिस का भी मरीज मिला था हालांकि उसके बाद से कोई नया केस सामने नही आया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार मीरगंज निवासी दोनों मरीजों ने लक्षण होने पर सीएचसी मीरगंज मे शनिवार को दिखाया। दोनों की रेपिड कार्ड से जांच की गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। दोनों के संक्रमित मिलने पर डॉक्टर ने आईडीएसपी को सूचना दी हालांकि रविवार की वजह से मरीजों की एलाइजा जांच नही हो सकी। दोनों के सोमवार को सैंपल जांच के लिए जिला अस्पताल भेजे जाएंगे। आईडीएसपी प्रभारी डॉ. मीसम अब्बास ने बताया कि स्क्रब टायफस के लक्षण मिलने पर दो मरीजों की जांच रेपिड कार्ड से सीएचसी पर की गई थी जो कि पॉजिटिव है। सोमवार को स्क्रब टायफस होने की पुष्टि के लिए एलाइजा जांच के लिए सैंपल जिला अस्पताल भेजा जाएगा। दोनों ही मरीजों की निगरानी की जा रही है। स्क्रब टायफस मुख्य रूप से माइट्स (घुन जैसे छोटे कीट) के काटने के कारण होने वाली बीमारी है। समय पर इसका उपचार न हो पाने पर संक्रमितों की मौत भी हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि साफ-सफाई की कमी के कारण यह कीट उत्पन्न हो सकते है। बुखार के साथ ठंड लगना, सिर दर्द, शरीर में दर्द, मांसपेशियों, जोड़ों में दर्द होने के साथ गंध और स्वाद का पता न लगना प्राथमिक लक्षण हैं। बीमारी का शुरू में पता नही चलता है और हालत बिगड़ने लगती है।।
बरेली से कपिल यादव