बरेली। गुरुवार को भारी उमस के चलते कई स्कूलों में छात्रों की तबीयत बिगड़ गई। प्राइमरी स्कूल टिसुआ मे दो छात्रों को उल्टी होने लगी। प्राइमरी स्कूल मेवाशरफापुर में भी एक छात्र बेहोश हो गया। छात्रों को तत्काल प्राथमिक चिकित्सा दी गई। गर्मी को देखते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने समय में बदलाव की मांग की। जिलाध्यक्ष प्रियंका शुक्ला ने कहा कि बिजली कटौती के चलते स्कूलों में पंखें नही चलते हैं। बच्चों-स्टाफ का कक्षाओं में बैठना दूभर हो रहा है। जिला महामंत्री सुनील शर्मा ने 28 मार्च 2005 से पहले के शिक्षकों के पुरानी पेंशन स्कीम के विकल्प भरने को आदेश जारी करने की मांग की। जुलाई में बाढ़ आदि के चलते छात्रों की उपस्थिति कम रहने की बात कही। मांग उठाई कि ऐसे स्कूलों के शिक्षकों का वेतन नहीं रोका जाए। जिला कोषाध्यक्ष परीक्षित गंगवार, डॉ. बृजकिशोर, उषा शर्मा, डॉ. आलोक, हरीश गंगवार, हरिओम, चेतन मौर्य, कविंद्र , सत्यपाल आदि उपस्थित रहे। उधर, यूटा के जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने भी समय बदलने की मांग की। उन्होंने कहा कि छात्र हित में दो बजे तक स्कूल का संचालन सही नही है। स्कूलों का संचालन 12:30 बजे तक कर दिया जाए। वही प्राथमिक शिक्षामित्र संघ जिलाध्यक्ष कपिल यादव ने भी स्कूलों के समय बदलने की मांग की है।।
बरेली से कपिल यादव