बरेली। नगर निगम मे 15वें वित्त आयोग से स्वीकृत 60 करोड़ के निर्माण कार्य एक साल बाद भी बीस प्रतिशत पूरे हो पाये हैं। समीक्षा बैठक में मेयर डा. उमेश गौतम ने निर्माण विभाग के एक्सईएन, एई, जेई की जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि शासनादेश का पालन कीजिए। काम न होने से सरकार, नगर निगम की छवि धूमिल हो रही है। ऐसे अफसरों को बख्शा नही जाएगा। नगर निगम को उनकी जरूरत नही है। मेयर ने कहा कि मुख्यमंत्री का एक पत्र आया था। इसमें स्पष्ट है कि जिस भी अधिकारी के पास 24 घंटे से ज्यादा फाइल रुकी तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी। जब मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन नही हो रहा है तो किसके आदेशों का पालन होगा। 15वें वित्त के सभी काम 2025 तक पूरे करने है। मेयर ने एक्सईएन डीके शुक्ला से कहा कि या तो आदेशों को मानें वरना मैं लिखकर भेज देता हूं कि यहां कोई आदेशों को मानने को तैयार नही है। मेयर ने स्वीकृत 60 करोड़ से अधिक की अलग-अलग परियोजनाओं की समीक्षा की। चीफ इंजीनियर के अवकाश पर जाने के कारण क्या विकास के काम नही होंगे। मेयर ने नगर आयुक्त से कहा कि एक्सईएन काम करना नही चाहते हैं। पर्यावरण अभियंता एसके राठी को दो जोन की जिम्मेदारी दे दी जाए। मेयर ने कहा कि जनता से जुड़े कामों को लेट किया जा रहा है। ठेकेदारों का भुगतान रोककर उन पर दूसरे काम करने का दबाव बना रहे हैं। ठेकेदार क्यों काम करेंगे जब उनका भुगतान नही किया जाएगा। ठेकेदार जिन कार्यों को कर चुके हैं। उनका भुगतान होना चाहिये।।
बरेली से कपिल यादव