शाही, बरेली। जनपद के थाना शाही क्षेत्र मे हेमलता चर्चित हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बहनोई से अवैध संबंधों के शक में पति राजकुमार ने ही अपने दोस्त रामबहादुर संग मिलकर पत्नी हेमलता को मौत के घाट उतारा था। हत्याकांड के बाद रामबहादुर ने दोस्त को बचाने के लिए हेमलता का सामान गायब करने के साथ अन्य साक्ष्य मिटाए और लूट के बाद हत्या की कहानी गढ़ दी। राजफाश के बाद पुलिस ने मुकदमे में साक्ष्य मिटाने की धारा 201, षडयंत्र रचने की धारा 120 बी व आर्म्स एक्ट की धारा 3/25 बढ़ा दी। लूट की धारा हटा दी गई। दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया। पुलिस ने हत्यारोपी के पास से लूट का सामान (एक जोड़ी पाजेब, एक तगडी) व दो मोबाइल, एक अवैध तंमचा और दो कारतूस बरामद किया है। मामले के खुलासे के लिए पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच, सर्विलांस की टीमे लगी हुई थी। थाना शाही पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने बीते दिन ग्राम आनंदपुर बाजार के निकट राधाकृष्ण सत्संग भवन के पास से मृतिका हेमलता के पति अभियुक्तगण राजकुमार पुत्र मदनलाल निवासी बकैनिया वीरपुर थाना-शाही और रामबहादुर पुत्र मिहीलाल निवासी ग्राम बकैनिया वीरपुर थाना शाही गिरफ्तार किया गया है। आपको बता दे कि थाना शाही क्षेत्र मे 14 मई की शाम को राजकुमार पुत्र मदनलाल अपनी पत्नी हेमलता को अपनी ससुराल शीशगढ़ के गांव मल्साखेड़ा से लौट रहा था। इसी बीच बदमाशों ने घेरकर बाइक रोक ली और तमंचों के जोर पर लूटपाट शुरू कर दी। लूटपाट का विरोध करने पर हेमलता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज जांच शुरू कर दी। राजकुमार अपनी पत्नी हेमलता पर शक करता था। इसी शक की वजह से वह हेमलता को उसके परिजनों व रिश्तेदारों से फोन पर बात नही करने देता था। वह मृतका हेमलता के साथ कई बार मारपीट भी करता था। राजकुमार ने बताया कि वो अपनी पत्नी पर शक करता था। उसकी पत्नी मोबाइल पर ज्यादा बात करती थी जिसका वो विरोध करता था। हत्याकांड को अंजाम देने के लिए आरोपित ने मिर्च बेचकर तमंचा व कारतूस खरीदा। पत्नी को शक ना हो, इसलिए उस पर प्यार जताने लगा। हर मांग पूरी करने लगा। घटना से एक दिन पहले पत्नी को उसकी इच्छा पर मायके व उसकी मौसी के यहां घुमाने ले गया। खरीदारी कराई। हेमलता के गर्भवती होने पर शक करने के कारण राजकुमार ने अपनी पत्नी हेमलता की गोली मारकर हत्या कर दी और अपने दोस्त रामबहादुर के साथ मिलकर लूट की झूठी कहानी बनाकर मामले को मोड़ने की कोशिश की। वही हेमलता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे दोनों ही गोली सटाकर मारे जाने की पुष्टि हुई थी। लूटपाट के बाद हत्या के बाद भी पति को कोई चोट न होने पर वह पहले ही दिन शक के घेरे मे आ गया। उसी आधार पर जांच शुरू हुई। गिरफ्तार करने वाली टीम मे इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय, उप निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह, सुनील कुमार, रोहित तोमर, एसओजी प्रभारी सुनील कुमार, नवीन कुमार, संजय सिंह, प्रभारी इंस्पेक्टर एसएसआई थाना शाही अमित कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।।
बरेली से कपिल यादव