मीरगंज, बरेली। वैसे आपको अक्सर पुलिस की बर्बरता की कहानी समाचार पत्रों मे पढ़ने को मिल जाती है। लेकिन आज हम आपको पुलिस के ऐसे कार्य से रूबरू कराने जा रहे है। जिसे सुन आप भी पुलिस की तारीफ मे कसीदे पढ़ेंगे। दरअसल यह काम एक पुलिस अफसर का है जिन्होंने ऐसा कार्य किया है जिसका चर्चा आज जिले भर मे है।दरअसल, मीरगंज कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक ने नगर मे सड़कों पर घूमने वाले आठ वर्षीय बालक को गोद ले लिया। इंस्पेक्टर उसकी पढ़ाई का सारा खर्चा उठाएंगे। कस्बा मीरगंज के मोहल्ला रतनपुरी निवासी आठ वर्षीय करन के पिता ख्यालीराम की मौत हो चुकी है। पिता की मौत होने के कारण वह स्कूल नही जा सका। सड़कों पर घूमता रहता था। लोगों से रुपए मांगता था। लोगों ने उसका नाम दरोगा रख दिया। पढ़ाई की उम्र मे खाली घूमता देखकर एसओ कुंवर बहादुर ने मंगलवार को उसे बुलाया। एसओ ने उससे स्कूल न जाने का कारण पूछा। करन ने एसओ को बताया उसके पिता की मौत हो चुकी है। भाई किराना की दुकान पर काम करता है। मुश्किल से पेट भर पाता है। पढ़ाई को पैसे नही है। उसकी स्थिति देखकर इंस्पेक्टर ने करन को गोद ले लिया। इंस्पेक्टर उसको अपने साथ लेकर सरस्वती विद्या मंदिर पहुंचे। इंस्पेक्टर ने करन का एडमिशन कक्षा एक मे करा दिया। उसको स्कूल बैग और किताबें कापियां खरीद कर दी। इंस्पेक्टर उसकी पढ़ाई लिखाई का सारा खर्चा उठाएंगे। इंस्पेक्टर कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि मैं उसे रोज थाने मे घूमते देखता था। मंगलवार को उसके परिवार के बारे मे जाना। मैंने उसकी पढ़ाई-लिखाई का पूरा खर्चा उठाने की जिम्मेदारी ली है। उसे शिक्षित बनाकर जिम्मेदार नागिरक बनाएंगे।।
बरेली से कपिल यादव