बरेली। व्यापारी सुरक्षा फोरम में वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं केमिकल सप्लाई कारोबारी संजय अग्रवाल के बेटे सार्थक अग्रवाल को होटल रेडिसन मे आरोपितों ने पहली मंजिल से फेंक दिया जिससे उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पूरे शरीर के साथ मुंह व सीने पर गंभीर चोटें है। एसआरएमएस मे सार्थक का उपचार चल रहा है। डॉ पल-पल की स्थिति की निगरानी कर रहे है। शिकायती पत्र के आधार पर मामले मे आरोपित रिदिम अरोड़ा व उसके पिता सतीश अरोड़ा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर टीम दबिश दे रही है। राजेंद्रनगर निवासी कारोबारी संजय अग्रवाल का केमिकल सप्लाई का काम है। संजय के अनुसार शनिवार की शाम होटल रेडिसन में ड्राई फ्रूट कारोबारी ब्रजसूरी के भाई का रोका था। जिसमें बेटा सार्थक अग्रवाल शामिल हुआ था। तुषार मित्तल निवासी कीर्तिनगर व नंदीकर सक्सेना निवासी प्रेमनगर भी बेटे के साथ थे। समारोह मे कपड़ा कारोबारी रिदिम अरोड़ा व उसका पिता सतीश अरोड़ा निवासी जनकपुर दोनों शराब पीये हुए थे। दोनों ही रात पौने तीन बजे के करीब बेटे सार्थक से बिना वजह गाली-गलौच करने लगे। मना करने पर सार्थक को जान से मारने की नियत से पहले मारपीट की। फिर होटल की पहली मंजिल की छत से बेटे को नीचे फेंक दिया जिससे उसे गंभीर चोटें आई हैं। आरोपितों का दुस्साहस यही नही थमा। बेटे को बचाने आए उसके दोस्त नंदीकर को भी नीचे फेंकने का प्रयास किया। रिदिम ने बेहोश की हालत में पड़े बेटे को लात-घूसे मारे। जान से मारने की नियत से तमंचा निकाल लिया। घटना की जानकारी संजय अग्रवाल तक पहुंची तो वह हैरत मे पड़ गए। इधर जैसे-तैसे दोस्तों ने घायल सार्थक को एसआरएमएस मे भर्ती कराया। फिर सार्थक के पिता संजय अग्रवाल को लेकर पहुंचे। रविवार को उन्होंने इज्जतनगर पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया। इज्जतनगर पुलिस जांच के लिए होटल पहुंची। फिर अस्पताल पहुंचकर घायल का हाल जाना। पुलिस के अनुसार, घटना के बाद से आरोपित फरार है। उनके फोन नंबर सर्विलांस पर लगाकर लोकेशन की जानकारी जुटाई जा रही है। पूरे घटनाक्रम मे होटल परिसर मे लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी सामने आई है। दो मिनट 12 सेकेंड की सामने आई फुटेज में आरोपित सार्थक की पिटाई करते दिखते हैं। इस पर वह माफी भी मांग रहा है। बावजूद आरोपित उसे खींचते हुए ले जाते है और नीचे फेंक देते है। दोस्त बचाव करने आगे आता है तो उसे भी नीचे फेंकने का दुस्साहस किया जाता है। जैसे-तैसे वह जान बचाता है। मुख्य गेट की पहली मंजिल का यह घटनाक्रम है।।
बरेली से कपिल यादव