शाहजहांपुर-उत्तर प्रदेश के जिला शाहजहाँपुर के जलालाबाद बस स्टॉप पर एक महिला भूख प्यास से तड़प कर मर गई। बस स्टेशन इंचार्ज इमदाद अली ने प्रशासन को बगैर सूचना दिये शव कोला घाट पुल से नदी में फेकने का मौखिक आदेश कर मामले को दबाने का प्रयास किया।
आपको बताते चले कि जलालाबाद बस स्टाप पर भ्रस्टाचार अपनी चरम सीमा पर है स्टेशन इंचार्ज के द्वारा कहीं शौचालय के नाम पर बसूली की जाती है तो कहीं पर बस स्टॉप के अंदर चना चबैना के ठेले लगवाकर बसूली की जाती है।आम यात्री गर्मी के दिनों में परेशान रहता है तो वहीं स्टेशन इंचार्ज अपने खास लोगों को पंखे की हवा में बिठाते है
एक गरीब महिला बस स्टॉप के अंदर भूख से तड़प तड़प कर मर जाती है और जिलाधिकारी को बिना सूचना दिए उस महिला को कोला घाट पुल से नीचे फिकवा दिया जाता है और प्रशासन मौन बनकर खड़ा रहता है किसी भी प्रशासनिक अधिकारी तक बात क्यों नही पहुँची उस गरीब महिला का सही से अंतिम संस्कार भी नही कराया गया। धन्य हो योगी जी आपके शासन काल मे एक महिला के शव के ऐसी बर्बरता की जाती है जो कि घोर निंदनीय है और आपके स्टेशन इंचार्ज जो कि भ्रष्टाचार की काली कमाई से अपनी जेब भर रहे वो एक गरीब महिला को खाना खिलाना तो दूर की बात उसका अंतिम संस्कार भी ढंग से नही करा सके वहीं उपजिलाधिकारी महोदय को घटना की जानकारी देने के लिए जब फोन लगाया तो साहब ने बात करना ही मुनासिब नही समझा और उस गरीब महिला के शव को स्टेशन इंचार्ज ने नगर पालिका परिषद जलालाबाद से ट्राली मंगवाकर कोला घाट पुल से नदी में फिकवा दिया गया।
– अजीत मिश्रा जलालाबाद के साथ देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा की अपडेट