मुसाफिरों को भी नहीं जान की परवाह,आखिर जिम्मेदारी किसकी?

*धड़ल्ले से चल रहे डग्गामार वाहन , पुलिस मौन

सम्भल /चन्दौसी- बदायूं चुंगी पर दो पहिया वाहन को रोकते व चालान भरते तो दिखे ट्रैफिक पुलिस कर्मी , लेकिन टेंपो सामने खड़े सवारियों को भरते देखे जा सकते हैं । और नियम कानून तोड़ रहे हैं यह लोग पर कोई कार्रवाई नहीं, मुरादाबाद अलीगढ़ बदायूं हाइवे के साथ बहजोई बिसौली बिलारी मार्गो पर दौड़ने वाले डग्गामार वाहनों में सवार होने वाले मुसाफिरों को भी जान की परवाह नहीं रहती। वह खुद खिड़की, छत पर सवार हो जाते हैं। सुबह-सुबह विद्यार्थियों में तो ऐसा करने की होड़ सी देखी जा सकती है।ग्रामीण सड़कों की बात छोड़िए, नेशनल हाइवे पर भी डग्गामार वाहन संचालक बेखौफ ओवरलोड सवारियां लादकर दौड़ रहे हैं। इनके आगे खाकी नतमस्तक नजर आती है हो सकता है आपको अड्डों की जानकारी ना हो तो यातायात पुलिस वाले भैया जी यहां यहां है अड्डे एक माल गोदाम रोड ,बदायूं चुंगी बहजोई अड्डा , सीओ ऑफिस ट्रैफिक पुलिस चौकी के पास होकर वाहनों का सफर चलता और खत्म होता है ।सवारिया उनकी मंजिल तक रास्ते में भी कोई रोक-टोक नहीं। एक नहीं दो-दो जिलों की पुलिस इनके आगे बोलती ही नहीं है।डग्गामार वाहनों का संचालन होता है। इन वाहनों में मैक्स, टाटा मैजिक, टेम्पो शामिल हैं। खास बात यह है कि आए दिन एआरटीओ ,यातायात पुलिस ,क्षेत्राधिकारी , कोतवाली प्रभारी ने वाहन खड़े ना हो कई बार अभियान चला चुके हैं लेकिन एक दिन के लिए चलता है अभियान बस ।अगले दिन सुबह से ही इन्हीं के ऑफिस के सामने से ही वाहनों की सफर की शुरूआत होती है फिर से और कई थानों, पुलिस चौकियों के सामाने से होते हुए यह डग्गामार वाहन ठिकाने तक पहुंचते हैं। ठेका गाड़ी परमिट के नाम की मुहर लगे यह वाहन यातायात के नियमों की धज्जियां खुद कानून के रखवालों के सामने ही उड़ाते हैं। इतना ही नहीं यह वाहन , मुरादाबाद , बदायूं , संभल जिलों की सीमाओं में दौड़ते हैं किन्तु मानो पुलिस के साथ परिवहन विभाग भी पूरी तरह नतमस्तक हो गया है।

मनीष शर्मा स्वतंत्र पत्रकार

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