बरेली। उत्तर प्रदेश के प्राथमिक शिक्षा की रीढ़ माने जाने वाले शिक्षामित्र इस बार दो महीने से मानदेय न मिलने से परेशान है। जनपद के परिषदीय सरकारी स्कूलों में तैनात शिक्षामित्रों को दो माह से मानदेय नही मिला है। जिस कारण शिक्षामित्र आर्थिक तंगी से जूझ रहे है। संघ ने सरकार से जल्द मानदेय दिलवाने की मांग उठाई है। सरकार से मांग की कि शिक्षामित्रों के मानेदय का अविलंब भुगतान किया जाए। शिक्षामित्रों को समय से मानदेय दिलाने की उचित व्यवस्था करे। उन्होंने बताया कि अगस्त व सितंबर माह का भुगतान अभी तक नही हुआ है। प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष कपिल यादव ने बताया कि नियमित शिक्षकों को एक-दो तारीख को वेतन जारी हो जाता है। लेकिन शिक्षामित्र मात्र 10 हजार रुपये पाते हैं, उनको दो महीने बाद भी भुगतान नही किया जा रहा है। उन्होंने जल्द मानदेय भुगतान करते हुए बिहार, राजस्थान की भांति शिक्षामित्रों को भी समायोजित करने की मांग की। जिला महामंत्री कुमुद केशव पांडे ने बताया कि जनपद मे मानदेय समय पर नही मिल पा रहा है। जिस कारण शिक्षामित्र रोजमर्रा के खर्चे चलाने के लिए परेशान हो रहे है।
बरेली से कपिल यादव