बरेली। बेसिक शिक्षा विभाग ने छात्रों की पचास फीसदी से कम उपस्थिति पर 47 स्कूलों के शिक्षक और कर्मचारियों का वेतन रोक दिया है। इससे शिक्षकों में आक्रोश है। बीते दिनों स्कूलों मे खंड शिक्षा अधिकारियों के औचक निरीक्षण के दौरान फरीदपुर मे 10, भुता मे 15, रामनगर मे 12, मीरगंज मे 10 और नगर क्षेत्र के 10 स्कूलों में छात्र संख्या 50 फीसदी से कम मिली थी। इससे पहले 21 शिक्षकों का वेतन रोका गया था। शिक्षकों का कहना है कि स्कूल में बच्चों की उपस्थिति का एक दिन के आंकडे़ के आधार पर सभी स्टॉफ का वेतन रोकना गलत है। इन दिनों बारिश का मौसम चल रहा है और मलेरिया, डेंगू, वायरल बुखार आदि अनेक बीमारियों का प्रकोप है। इससे पहले आई फ्लू के चलते स्कूलों में बच्चों की उपस्थित प्रभावित रही थी। यूपी प्राथमिक शिक्षक संघ के मंडलीय मंत्री मुकेश सिंह चौहान ने बताया कि कुछ दिन पहले ही नेट परीक्षा के दौरान सभी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति रही थी। इन दिनों बारिश के चलते बच्चे स्कूलों में कम संख्या में पहुंच रहे हैं। इस संबंध में एडी बेसिक को भी पत्र देकर सभी शिक्षकों का वेतन आहरित करने की मांग की गई है। यूटा के जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने बताया कि छात्र उपस्थिति कम होने पर शिक्षक का वेतन रोकने का कोई शासनादेश नही है। इतनी बड़ी संख्या मे वेतन रोका जाना चिंता का विषय है। इस तरह की कार्रवाई पर रोक लगनी चाहिए।।
बरेली से कपिल यादव