बरेली। देवचरा के कांवडिया एक कुंतल तीस किलो गंगाजल की विशाल कावड़ के साथ कछला से पैदल चलकर निकल लिये है। देवचरा के कावड़ियों का यह जत्था सोमवार को वनखंडीनाथ मंदिर, जोगीनवादा मे भोलेनाथ का जलाभिषेक करेगा। देवचरा के रामबाबू श्रीवास्तव, दिनेश शर्मा, वीरपाल श्रीवास्तव, बब्लू राठौर, आशीष सक्सेना ने बताया कि देवचरा के मोहल्ला ठाकुरद्वारा के कांवड़ियों का जत्था प्रतिवर्ष कछला घाट से जल भरकर बरेली के प्रसिद्ध शिव मंदिरो मे जलाभिषेक करता चला आ रहा है। इस वर्ष देवचरा के कांवड़ियों ने एक कुन्तल 11 किलो गंगाजल की कावड़ से वनखंडीनाथ मंदिर जोगीनवादा मे भोलेनाथ का जलभिषेक करने का संकल्प लिया। बीते गुरुवार की रात्रि को कांवड़ियो ने स्टील के आठ मटको मे कछला घाट से गंगाजल भरा। ढक्क्न समेत स्टील के 8 मटको, लोहे के दो रिंग, चार बांस, रस्सी आदि से इस कांवड़ का कुल बजन एक कुंतल तीस किलो हो गया है। कावड़ियों के इस जत्थे मे कुल 80 कांवड़िया है। जिसमे से 11 कांबडिया एक कुंतल तीस किलो की इस विशाल कांवड़ को लेकर चल रहे है। इस विशाल कांवड़ को एक साथ तीन कांवड़िया उठाते है। यह 11 कांवड़िया बदल- बदलकर इस कांवड़ को अपने कंधो पर उठाकर कछला से बरेली पैदल आ रहे है। इसी जत्थे मे एक कांवड़ 21 किलो गंगाजल की भी है। 21 किलो गंगाजल की कांवड़ को नन्हेलाल राठौर व वीरपाल श्रीवास्तव समेत करीब आधा दर्जन कांवड़िया अलग अलग दूरी तक लेकर चल रहे है। एक कुंतल 30 किलो और 21 किलो गंगाजल की दोनों कांवड़ को कछला से लेकर रविवार की सुबह को कांवड़िया देवचरा से बरेली के वनखंडीनाथ मंदिर, जोगीनवादा को रवाना हुये। देवचरा का यह जत्था सोमवार को भोलेनाथ पर जलाभिषेक करेगा।।
बरेली से कपिल यादव