बरेली। श्री हरि मन्दिर मॉडल टाउन मे कार्ष्णि कलाप बरेली की ओर से चल रही शिव पुराण कथा के अन्तर्गत वृंदावन धाम से पधारे आचार्य मधुर कृष्ण जी महाराज ने भोलेनाथ माता पार्वती के विवाह की कथा सुनाई। आचार्य मधुर कृष्ण जी महाराज कहते है कि पर्वत राज हिमांचल ने कौन सी तपस्या की है जो साक्षात माता उनके घर आयी है। राजा दक्ष की साठ कन्या थी। एक कन्या का नाम था सुधापितरो का दर्पण करते हैं तो तस्मै सुधा नमः बोलते है सुधा पितरो की पत्नी है और स्वाहा अग्नि देव की पत्नी है यज्ञा करते समय स्वाहा बोलते है। राजा हिमाचल ने पार्वती जी का विवाह भोले नाथ के साथ तय कर दिया बारात की तैयारी होने लगी भगवान भोले नाथ सब देवताओं का विवाह का निमन्त्रण भिजवा दिया। सभी देवताओं की पत्नीयां श्रृंगार करने लगी। सभी देवता भी बारात जाने की तैयारी मे लग गये। सब अपनी अपनी तैयारी मे लग गये भोले नाथ को किसी ने तैयार नही किया। नन्दी बाबा बोले प्रभु मैं आपको तैयार करता हूं। सभी शिवगण भोले को तैयार कर दिया। नन्दी बाबा बोले प्रभु अब आप मेरे ऊपर बैठ जाओ। भोले नाथ ने हाथ मे त्रिशूल और डमरू लेकर नन्दी बाबा पर उल्टे होकर बैठ गये। भोले नाथ बोले बारात मे भूत-प्रेत, चाण्डाल लंगड़े लूले सिर कटे हुये आधे जले हुये भयानक भयानक भूत पिशाच बारात मे नाचते कूदते चलने लगे। भोले बाबा की आयी है बारात हम सब नाचेंगे। कथा मे हरि मन्दिर प्रबन्ध समिति के सचिव रवि छाबड़ा, सुशील कुमार, सतीश खट्टर, संजय आनन्द, गोविन्द तनेजा, रन्जन कुमार एवं कार्ष्णि कलाप बरेली से रामस्वरूप खनीजो, नीतू खनीजो, अजय-विजय, अमित खनीजो, अनुपम कोमल कीर्ति कपूर, किरन ग्रोवर, आनन्द ग्रोवर, संजीव भसीन, तनुजा भसीन, मंजू भसीन, विपुल गर्ग आदि ने पूजनकर आरती उतारी।।
बरेली से कपिल यादव