बरेली। जिला अस्पताल मे किस तरह से मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इस व्यवस्था को परखने के लिए शुक्रवार को अचानक कमिश्नर सौम्या अग्रवाल जिला अस्पताल पहुंच गई। इस दौरान उन्होंने कई वार्डों में जाकर वहां की व्यवस्था का जायजा लिया। वही किस तरह से मरीजों का इलाज किया जा रहा है। हालातों को देखा। अचानक उनके औचक निरीक्षण से जिला अस्पताल में हड़कंप मच गया। साफ सफाई को लेकर नाराजगी जताई। कमिश्नर ने मरीजों से पूछा कि पर्चा बनने मे कितनी देर लगी है। डॉक्टर देख रहे हैं या नहीं। कमिश्नर ने करीब 45 मिनट तक अस्पताल मे निरीक्षण किया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कहा कि यदि कही भी शिकायत मिली तो सस्पेंड समझना। कमिश्नर ने ओपीडी पंजीकरण काउंटर विंडो पर लगी भीड़ को देखकर सीएमएस को तलब कर लिया। पूछा कि सीएमएस का क्या काम है। इस पर अधिकारी चुप्पी साध गए। महिला और पुरुष व दिव्यांगजन के लिए अलग अलग काउंटर के निर्देश दिए। कमिश्नर ने निर्देश दिए कि मरीजों को पंजीकरण सुविधा में तेजी लाई जाए। कमिश्रर ने सर्जरी कक्ष के सामने बैठी महिला मरीज साइबा निवासी बाकरगंज से पूछा कि क्या हुआ। महिला ने बताया के प्लास्टर होना है प्लास्टर की रसीद 300 रुपए की बनाने के लिए कहे रहे है। सीएमएस ने बताया कि प्लास्टर होने की रसीद 267 रुपए की बनाई जाती है। कमिश्नर ने वार्ड बॉय पंकज को निर्देश दिए कि प्लास्टर किये जाने की नियमानुसार मरीजों से रसीद की धनराशि ली जाए। अगली बार सस्पेंड कर दिए जाओगे। 2 डिजिटल मशीन है। 01 रेगुलर मशीन है। डिजिटल मशीन मे एक मशीन व प्रिंटर खराब है। दो मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है। सीटी स्कैन मशीन 5 माह से खराब है। इसकी लाइफ पूर्ण हो चुकी है। इस पर कमिश्नर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि नई मशीन की व्यवस्था की जाए। इस मौके पर सीएमओ डॉ बलवीर सिंह, सीएमएस महिला डॉ अलका शर्मा और अन्य अधिकारी रहे।।
बरेली से कपिल यादव