बरेली। मुख्यमंत्री के निर्बाध बिजली आपूर्ति के आदेश को जनपद मे मध्यांचल विद्युत वितरण निगम कॉरपोरेशन के अधिकारी ठेंगा दिखा रहे हैं। रोजाना चार से छह घंटे बिजली कटौती हो रही है। अधिकारी नगरीय क्षेत्र मे मात्र एक घंटे की कटौती होने का दावा करते हुए शासन को फर्जी रिपोर्ट भेज रहे हैं, जबकि शहर नो ट्रिपिंग जोन में है। यहां 24 घंटे विद्युत आपूर्ति होनी चाहिए। पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश से बिजली की खपत जुलाई में घट गई है लेकिन कटौती दोगुनी हो गई है। मंगलवार को सीबीगंज में सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक बिजली गुल रही। चार बजे जैसे ही बिजली आई, गुल हो गई। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। नियमित रूप से एक-दो घंटे भी बिजली नहीं मिली। विभाग का दावा है कि इस क्षेत्र में सूचना देकर केवल साढ़े तीन घंटे ही बिजली कटौती हुई। बारिश शुरू होते ही बिजली कंपनी के दावों की पोल खुल जाती है। हवा-आंधी चलने से बिजली बंद होना समझ में आता है, लेकिन थोड़ी ही बारिश में लाइट गुल हो रही है। बारिश से केवल नगरीय नहीं बल्कि ग्रामीण अंचल की भी बिजली आपूर्ति व्यवस्था बेपटरी हो गई है। कहीं ट्रांसफॉर्मर फुंकने से बिजली नहीं मिल रही है। मंगलवार को किला क्षेत्र में 33 केवी लाइन का इंसुलेटर फाल्ट हो गया। इसे तलाशने में कर्मियों को घंटों लग गए। मरम्मत के बाद जैसे ही सप्लाई शुरू हुई, ट्रिप कर गई। बिजली की आवाजाही का आलम यह है कि हर पांच मिनट में ट्रिप हो रही है। बिजली निगम प्रतिदिन किसी न किसी इलाके में विकास कार्यों और मरम्मत के नाम पर दो से तीन घंटे घोषित कटौती कर रहा है। इसी के आड़ में दोगुना से तीन गुना समय तक बिजली कटौती की जा रही है। मंगलवार को सीबीगंज के अलावा कुतुबखाना व किला समेत गुलाब नगर, गढ़ी, रानी साहब का फाटक आदि मोहल्लों के लोग बिजली कटौती से परेशान रहे।।
बरेली से कपिल यादव