बाड़मेर/राजस्थान- आजकल सरकारी अधिकारी अपने आप को इमानदारी की आड़ में कितना तराशते है इसके लिए आपको देश भर में मशहूर हमारे काला पानी की सजा वाले अबुधाबी, दुबई बनने की अधी दौड़ में शामिल औधोगिक क्रांति की नगरी बाड़मेर जिले में नियुक्त होना चाहिए लेकिन पहले हमारे स्थानीय लोगों की जी हजूरी से डिजायर लिजिए फिर नेताओं का वरदहस्त और आपको मिलती है दोनों हाथों से लुटने वाली काला सोने वाली बेशुमार धन दौलत और हीरे जवाहरात के साथ आलीशान कारीगरी के नायाब डिजाइन किया गया लकड़ी पर घरेलू समान से लदे हुए ट्रक अन्यथा वही आने के दौरान लेकर आए साधारण सूटकेस में टावल में लपेटा हुआ दो चार जोड़ी कपड़े और साधारण सा मोबाइल और उसका टेप लगाकर सहेजा गया टूटा हुआ चार्जर ….
बाड़मेर आने वाले भी पहले काला पानी नाम सुनकर पछताते है और यहाँ से स्थानांतरण होने पर जैसे कोई अपना स्वर्ग सिधार गया है वैसे रूदाली की तरह नाक सिकोड़ता हुआ, बात करते हैं हम बाड़मेर शहर के राजस्व रिकॉर्ड में रामलाल पुत्र काछबा राम के कृषि भूमि मूल खसरा नम्बर 1296 के बटवारे के साथ ही 3519 /1296 और दो अन्य खसरा दानजी की होदी पर पिछले दो दशक से स्टे होने के कारण मौजूदा अधिकारीयों की शह पर किशनलाल पुत्र रामलाल और अन्य भूमाफियाओं के साथ सैटिंग कर ढाई बीघा जमीन लगभग ढाई तीन करोड़ रुपये में दलालों को इकरार किया गया है इसमें दलालों से कहा गया है कि सबसे ज्यादा गरीब लोगों को विशेषकर साधारण जीवन का जीवनयापन करने वाले दर्जी समाज के लोगों को बरगलाकर लाओ और जल्दी ही हमारे सब प्लांट बिकाओ अन्यथा साहब का यहाँ से तबादला हो गया तो फिर हमारे मार्गदर्शन कौन करेगा।
सवाल उठाने से पहले गौर करने वाली बात करते हैं कि मूल खसरा नम्बर 1296 में लगभग तीन सौ परिवारों के आवासीय मकान और चार दिवारों से बना हुआ है और राज्य सरकार द्वारा समय समय पर मूलभूत सुविधाओं की समस्याओं का निदान करते हुए सभी सरकारी सुविधाएं उपलब्ध है लेकिन विधुत वयवस्था के उतार चढ़ाव के कारण लोगों के घरों में रोशनी जैसे लालटेन जला दिया हो। कालोनी के लोगों ने जोधपुर विधुत वितरण विभाग बाड़मेर में फरियाद की, हमेशा की तरह टेबल पर सिसकियां लेकर सरकारी कागज़ टेबल कम्प्यूटर से निकलते निकलते साल भर बाद बजट स्वीकृति मिली और छ महिने बाद ठेकेदार विधुत वयवस्था के लिए डी पी लेकर आए और वहाँ पर तीस फिट की सड़क किनारे खड्डा खोदने पर कृषि भूमि धारक का सदस्य आ धमकता है कि यहाँ पर नहीं लगेगा, कालोनी के पाच छ दर्जन लोगों ने कारण पूछा तो बताया कि उप खण्ड अधिकारी कार्यालय से हमें स्टे मिला हुआ है और आपके खिलाफ कोर्ट आफ कन्टेम्ट लगेगा तब लोगों ने कहा कि तुम्हारे द्वारा राजस्व रिकॉर्ड में कृषि भूमि होने के बावजूद कालोनी काटने के साथ ही सड़क पर इटो की दीवार लगा रहे हैं इसके लिए कोई कानून लागू होता है इस बात पर गुस्सा करते हुए कहता है कि आप उप खण्ड अधिकारी बात किजिए।
जिले के अधिकारियों का अगर थोड़ा सा भी जमीर जिन्दा है तो सड़क पर बनी हुई कच्ची दीवार को गिराकर आमजनता को रास्ता दीजिये और उक्त भूमि को बाड़मेर शहर की अन्य कृषि भूमियों पर बुलडोजर चलाकर नगर परिषद का बोर्ड लगाया गया है वैसे ही इमानदारी से सरकारी सुविधाओं के लिए आरक्षित किया जाए अन्यथा फिर कोई गरीब आदमी के साथ खिलवाड़ होगा और उसके पास में पुलिस थाने रिको एरिया जाने के अलावा और कोई चारा नहीं होगा। जानकारों ने बताया कि भौले भालै गरीब लोगों को बरगलाने वाले भूमाफियाओं और दलाल गिरोह आजकल पूरे कलाकार कालोनी सहित दानजी की होदी में विशेषरूप से सक्रिय हैं।
– राजस्थान से राजूचारण