- समाहरणालय सभागार में पोषण अभियान की हुई बैठक
- जीरो से छह वर्ष तक के बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य पर तैयार हुई योजना
मुजफ्फरपुर/बिहार- जिले के चार से 15 महीने तक के 96 प्रतिशत बच्चों के घर आशा प्रत्येक दो महीने के अंतराल पर विजिट किया। इसके साथ ही नौ से 15 महीने तक के 96 प्रतिशत बच्चे भी पूर्ण टीकाकृत हैं। वहीं चार महीने तक की 95 फीसदी माताओं के पास आशा स्तनपान के लिए भी पैरवी कर चुकी हैं। यह सभी आंकड़े गुरुवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित पोषण अभियान के लिए हुई जिला समन्वय समिति की बैठक में दिखी। बैठक में चालू वित्तीय वर्ष के अलावा आगामी वित्तीय वर्ष की कार्य योजना पर भी विमर्श किया गया। मौजूदा वर्ष 2022 -23 में पोषण ट्रैकर के अनुसार लक्ष्य के अनुरूप आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने 94 प्रतिशत घरों का विजिट कर पोषण और स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न जानकारी दी जिसे आगामी वर्ष में शत प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया। वहीं फरवरी तक 98.9 प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरोग्य दिवस के सत्र को मनाया गया। यह आंकड़े साफ दिखा रहे हैं कि जिला बच्चों, महिलाओं और धातृ महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण में निरंतर वृद्धि की ओर अग्रसर है। इसके अलावे आयरन टैबलेट, आयरन फॉलिक एसिड सिरप वितरण, एएनसी क्लीनिक और प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान जैसे मानकों में भी काफी अच्छा काम किया है। वहीं पोषण तथा स्वास्थ्य में समन्वय करने वाले विभागों से बेहतरी के लिए सुझाव भी मांगे गए।
बेहतर कार्य करने वाली सेविकाओं को मिला प्रशस्ति पत्र
बैठक के दौरान विभिन्न परियोजनाओं में बेहतर कार्य करने वाली एक एक सेविकाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। सीडीपीओ मुरौल और औराई को पोषण ट्रैकर में अच्छे कार्यों के लिए, सीडीपीओ साहेबगंज को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना एवं सीडीपीओ मुशहरी सदर को प्रशासनिक कार्यों में सहयोग के लिए जिलाधिकारी प्रणव कुमार के द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। मौके पर डीडीसी आशुतोष द्विवेदी, सिविल सर्जन डॉ यूसी शर्मा, केयर इंडिया के डीटीएल मुकेश कुमार सिंह, जिला पंचायती पदाधिकारी एवं डीपीआरओ सहित अन्य लोग मौजूद थे।
– बिहार से नसीम रब्बानी