फाइलेरिया नेटवर्क मेंबर मिटा रहे भ्रम, फाइलेरिया रोधी दवा खाने के लिए कर रहे प्रेरित
 

*कोयली गांव में मुखिया ने अपने प्रयास से 30 से अधिक लोगों को खिलाई दवा

*अभियान के दौरान 1937 नए हाथीपाँव के मरीज मिले
 

मुजफ्फरपुर/बिहार-फाइलेरिया उन्मूलन के लिए चलाए गए आइडीए राउंड में कुछ दिन ही शेष हैं। दवा की खुराक खिलाने में एक तरफ आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी और स्वास्थ्य कर्मी लगे हैं वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे फाइलेरिया मरीजों का नेटवर्क भी है जो समुदायों के बीच जाकर फाइलेरिया पर फैले भ्रम के बारे में बात कर दवा खाने के लिए प्रेरित भी कर रहे है। इनकी इसी मेहनत का नतीजा है कि मुशहरी प्रखंड का पासवान टोला जहां महादेव फाइलेरिया सपोर्ट की नेटवर्क मेंबर नीतू देवी की बदौलत पूरे टोले ने फाइलेरिया रोधी दवाओं की खुराक ली। मुशहरी के द्वारका नगर की नेटवर्क मेंबर प्रमिला देवी ने एक ऐसे परिवार को दवा खिलाई जिनके घर में फाइलेरिया मरीज होने के बावजूद आज तक फाइलेरिया रोधी दवा नहीं ली थी। मीनापुर के कोयली गांव के नेटवर्क मेंबर रमानंदन प्रसाद व वहां के मुखिया ने खुद अपने प्रयास से करीब 30 से अधिक लोगों को दवा खिलाई। 

मर्ज और दर्द से दे रहे सबक:

मुशहरी प्रखंड में फाइलेरिया सपोर्ट की नेटवर्क मेंबर नीतू देवी कहती हैं, मैं जब भी लोगों को समझाने जाती हूं तो सबसे पहले अपनी परेशानी के बारे में बात करती हूं, दिखाती हूं। लोगों से कहती हूं कि मेरा यह हाल दवा नहीं खाने के कारण ही है। ऐसी ही कुछ बातें मीनापुर प्रखंड के कोयली गांव के रमानंदन प्रसाद भी कहते हैं। वह कहते हैं इससे लोगों को समझाने में आसानी होती है वहीं इसका असर भी होता है कि सामने वाला व्यक्ति आसानी से दवा का सेवन कर लेता है। 
 
अब तक 57 प्रतिशत लोगों ने खाई दवा:
 
जिले में आइडीए राउंड के 11 दिन हो चुके हैं। अब तक जिले में कुल 57 प्रतिशत लोगों ने दवा का सेवन किया है। पारू और मुशहरी में सबसे ज्यादा लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया है। इस अभियान के क्रम में कुल एक हजार नौ सौ 37 नए हाथीपांव तथा 825 नए हाइड्रोसील के मरीज खोजे गए हैं।

– बिहार से नसीम रब्बानी

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