एईएस की रोकथाम हेतु चार बिंदुओं पर जिलाधिकारी का सख्त निर्देश

  • प्रत्येक पंचायत के वार्डों में होगी दो वाहनों की टैगिंग 
  • ओपीडी और आईपीडी में होगी चमकी को तीन धमकी

मुजफ्फरपुर/बिहार- चमकी की तैयारियों और विस्तृत कार्ययोजना को लेकर जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने बुधवार को समाहरणालय के सभागार में एईएस,जेई को लेकर जिला स्तरीय कोर कमेटी की बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने जीरो डेथ केस के साथ विभाग को मुख्य रूप से चार बिंदुओं पर कार्य करने का निर्देश दिया। जिसमें क्षमतावर्धन, प्रचार प्रसार, वाहन टैगिंग, उपचार की सुनिश्चितता शामिल है। 
जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य से जुड़े सभी चिकित्सक, पारामेडिकल स्टॉफ एवं स्वास्थ्य कर्मियों को जो प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से सहयोग प्रदान करते हैं। सभी का एईएस व जेई पर उन्मुखीकरण 31 मार्च से पहले कर दिया जाय। इसके अलावा प्रखंड एवं जिला स्तर पर एईएस व जेई के लिए वार्डों को 28 फरवरी तक चालू अवस्था में लाया जाय। इससे पहले ही वहां दवाओं व उपकरणों की आपूर्ति भी सुनिश्चित कराई जाए। प्रत्येक एईएस वार्ड में एक्सपर्ट चिकित्सक और पारामेडिकल के स्टॉफ की रोस्टर वाइज 24 घंटे उपस्थिति रहेगी। 
 
20 लाख बटेंगे हैंड बिल:

जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि पूरे जिले में इस वर्ष 20 लाख हैंडबिल का वितरण किया जाएगा। इसके अलावा अप्रैल व मई के पहले हफ्ते में हाउस टू हाउस विजिट कर लोगों को चमकी और जेई पर जागरूक किया जाएगा। इसके अलावे सरकारी भवनों पर दिवाल लेखन किया जाएगा। ओपीडी, आईपीडी के पर्चियों पर चमकी को धमकी के आइईसी छपे होंगे वहीं विभागीय पत्रों पर चमकी को धमकी वाटरमार्क के रूप में भी अंकित होंगे। चमकी के अति प्रभावित इलाकों में नुक्कड़ नाटक भी करवाने की योजना है।
 
पंचायत स्तर पर हर वार्ड में टैग होंगे वाहन:
 
जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि इस वर्ष बीडीओ और एमओआईसी संयुक्त रूप से भौतिक सत्यापन के बाद पंचायत स्तर पर हर वार्ड में दो वाहन टैग किए जाएगें। जिसका नंबर आशा, आंगनबाड़ी, जीविका मुखिया प्रत्येक के पास होगी। मरीजों के रेफरल हेतु एम्बुलेंस सेवा एवं प्रत्येक पंचायत में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क परिवहन योजना, अंतर्गत आने वाले का टैगिंग किया जाएगा। ताकि मरीजों को ससमय स्वास्थ्य संस्थान पहुंचाया जा सके।
 
प्रत्येक पीएचसी स्तर पर हो विटामिन सी:

जिलाधिकारी ने हरेक पीएचसी में विटामिन सी की खुराक रखने की भी सलाह दी है। वहीं इसके साथ वर्ष 2021 में छह साल तक के बच्चों के किए गए सर्वे के अनुसार इस वर्ष भी उसे अपडेट करने का निर्देश दिया है।
इस बैठक में सिविल सर्जन डॉ यू सी शर्मा, जिला भिबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार सहित सभी सम्बंधित विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे।

– बिहार से नसीम रब्बानी

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