बरेली। बेसिक स्कूलों मे तैनात शिक्षकों के बजाय डायट के बीटीसी प्रशिक्षुओं को निपुण विद्यार्थियों की पहचान करने का कार्य सौंपा गया है और इसके लिए दस लाख का बजट भी दिया गया है। हर बीटीसी प्रशिक्षु जनवरी से मार्च तक 10 स्कूलों का भ्रमण कर निपुण विद्यार्थियों को चिह्नित करेगा। महानिदेशक ओर से डायट प्राचार्य को भेजे गए पत्र के मुताबिक बीटीसी प्रशिक्षु जनपद के 2482 परिषदीय स्कूलों में भ्रमण कर बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता का आंकलन करेंगे। डायट प्राचार्य और बीटीसी प्रशिक्षुओं के ऑनलाइन प्रशिक्षण के बाद निजी स्मार्टफोन और टैबलेट के जरिए बीटीसी प्रशिक्षुओं को निपुण विद्यार्थी की पहचान करनी होगी। प्रशिक्षुओं को विद्यालय आवंटित किए जाएंगे। बीटीसी प्रशिक्षुओं के विद्यालय भ्रमण के लिए डायट को 10 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। प्राचार्य मुन्ने अली ने बताया कि डायट में प्रशिक्षणरत 390 बीटीसी (डीएलएड) प्रशिक्षु ही विद्यालयों का भ्रमण कर निपुण विद्यार्थियों का चयन करेंगे। दो बीटीसी प्रशिक्षुओं को संयुक्त रूप से प्रतिमाह पांच कार्य दिवसों में 10 विद्यालयों का भ्रमण करना होगा। वे रैंडम आधार पर निपुण लक्ष्य एप के माध्यम से कक्षा एक से तीन में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की दक्षता का आंकलन करेंगे। प्रत्येक प्रशिक्षु को प्रतिदिन 500 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव