पाटन और नुनसर की शराब दुकानों में मची लूट: बिल भी नहीं दे रहे, प्रिंट रेट से अधिक बिक रही शराब

*7 माह बाद भी शराब दुकानों में सरकार के आदेश का नहीं हो रहा पालन-

*आज तक दुकानों में चस्पा नहीं हुई रेट लिस्ट शिकायत के बाद भी कार्यवाही नहीं- आबकारी विभाग के अधिकारी बने मुकदर्शक कार्यवाही की मांग

मध्यप्रदेश/पाटन/जबलपुर -प्रदेश सरकार ने एक सितंबर से सभी शराब दुकानों से शराब बिक्री होने पर बिल देना अनिवार्य कर दिया है शासन ने इस संबंध में आदेश भी जारी किए हैं इसके बावजूद जिले की शराब दुकानों में शासन के आदेश को लागू कराने के प्रयास में आबकारी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों का पसीना छूट रहा है मामला जबलपुर जिले की पाटन तहसील क्षेत्र का है जहां पर इन शराब दुकानों में न तो रेट लिस्ट लगी है और ना ही बिल दिया जा रहा है मनमानी दामों पर दुकानों से शराब बिक्री की जा रही है जहां लोगों से ठेकेदार द्वारा खुलेआम लूटा जा रहा है
शिकायतों का असर नहीं
मदिरा प्रेमी बताते हैं कि प्रदेश सरकार ने वाहवाही लूटने के लिए शराब दुकानों में बिल अनिवार्य का आदेश तो जारी कर दिया है लेकिन इसे जमीनी स्तर पर लागू करवाने में प्रशासनिक अधिकारी नाकाम है अक्सर शिकायत होने के बाद भी आबकारी अधिकारी अंजान बने अपने सरकारी कार्यालय में बैठे हैं शराब पीने वालों को हर ब्रांड की बोतल हाफ क्वार्टर खरीदने के लिए 50से 100 रुपये अधिक देना पड़ रहा है शराब माफियाओं के सामने प्रशासनिक अधिकारी ही बेबस है तो ग्राहक किससे अपनी शिकायत करें शराब दुकान के कर्मचारी बिल मांगने पर कहते हैं कि ऊपर से बिल नहीं आ रहे हैं और अगर अधिक दामों में शराब बेचने पर सवाल करते हैं तो लौटकर दो बातें सुना देते हैं परन्तु सवाल यह है कि एक सितंबर से आज तक अधिकारियों को जांच करने का समय नहीं मिला जबलपुर सहित पाटन मुख्यालय और नुनसर ग्राम में इन शराब दुकानों में खुलेआम लूट मची हुई है जहां आज तक रेट लिस्ट नहीं लगी है
जोरों पर अवैध शराब की पैकारी
जहां एक और अवैध शराब पर रोक लगाने के लिए समस्त थाना प्रभारियों को पुलिस अधीक्षक द्वारा हिदायत दी गई थी जिस पर पूर्व में पुलिस द्वारा शराब माफियाओं पर खानापूर्ति निभाने के लिए कार्यवाही भी की गई थी जिससे क्षेत्र की जनता व युवाओं द्वारा थाना प्रभारियों की सराहनीय कार्य के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया था लेकिन वर्तमान में शराब का ठेका बदल गया उसके बाद दिनरात अवैध रूप से शराब पाटन और नुनसर मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचाई जा रही है और लोगो का परिवार इस शराब के बाद बर्बाद हो रहा है जिस पर कोई अकुंश नहीं लगाया जा रहा है जहां इन दिनों ज्यादा ही अवैध शराब संचालित हो रही है और ग्रामीण क्षेत्रों में शराब ठेकेदार के गुर्गे अवैध शराब की पैकारी करते हुए देखे जाते हैं लेकिन पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जा रही है इससे लोगों का मानना है कि कहीं न कहीं शराब ठेकेदार को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है तभी इन शराब ठेकेदार के गुर्गो द्वारा खुलेतौर पर अवैध शराब की पैकारी नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों और गांव में धड़ल्ले के साथ की जा रही है
दुकानों पर चस्पा नहीं की गई रेट लिस्ट
जिला मुख्यालय सहित जिले की प्रत्येक दुकानों में रेट लिस्ट लगाकर शराब की बिक्री करानी थी लेकिन जबलपुर जिले के पाटन मुख्यालय और नुनसर ग्राम की शराब दुकानों में नियमों को ताक पर रखते हुए ठेकेदार द्वारा मंहगे दामों में शराब की बिक्री कराई जा रही है जिससे शराब दुकान में आने वाले ग्राहकों को निर्धारित दर से अधिक मूल्य में शराब की बोतल बेची जा रही है जिसका ग्राहक द्वारा विरोध करने पर शराब दुकान में बैठे लोगों द्वारा शराब देने से मना किया जाता है उन्हें उसी दर पर लेने की बात कहीं जाती है जिससे कई बार ग्राहक व गद्दीदार के बीच तू तू मैं मैं तक हो जाती है लेकिन इन सब की जानकारी आबकारी विभाग व थाने में होने के बावजूद भी आज तक किसी प्रकार की जांच व कार्यवाही शराब ठेकेदार व दुकानदार के विरुद्ध नहीं करने से इनके हौसले बढ़ते ही जा रहे हैं और ग्राहकों से खुलेआम लूट करने में लगे हुए हैं।

– मध्यप्रदेश से अभिषेक रजक विशेष संवाददाता

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