बरेली के गांवों मे लंपी का कहर, एक दर्जन से ज्यादा गाय संक्रमित, एक गाय की मौत

शीशगढ़, बरेली। लंपी वायरस को लेकर जिला प्रशासन ने जानवरो की बाजार पर रोक लगा रखी है। अभी भी इसके मामले सामने आ रहे है। वही फतेहगंज पश्चिमी के एक गांव मे पशुओं में फैली लंपी बीमारी से एक गाय की मौत होने की बात कहीं जा रही है। वहीं पशुपालन विभाग इस लंपी डिजीज से मौत होने की बात से इन्कार किया है हांलाकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि बरेली मे लंपी डिजीज से एक मौत हो चुकी है। वही पशुपालक द्वारा गाय की मौत लंपी डिजीज से होना बताया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार इस बीमारी ने फतेहगंज पश्चिमी के जनक जागीर गांव को अपनी चपेट मे ले रखा है। जिसके चलते पशु पालकों में दहशत है। ब्लाक क्षेत्र फतेहगंज पश्चिमी के गांव जनक जागीर मे नंदराम कश्यप की एक गाय की मौत हो गई व एक गाय व एक बछियां लंपी रोग की चपेट में है। इसके अलावा भगवान स्वरूप की एक गाय व राम भरोसे की गाय लंपी रोग की चपेट में है। इसके अलावा थाना शीशगढ़ क्षेत्र के गांव बल्ली के रहने वाले सोमपाल ने बताया कि उनके गांव मे लगभग एक महीने से एक दर्जन से ज्यादा गाय लंपी वायरस की बीमारी से ग्रसित है। जिनका निजी डॉक्टरों के द्वारा उपचार किया जा रहा है। गांव बल्ली मे शिव मंदिर के महंत ने बताया कि उनकी गाय पिछले 15 दिन से रोग से ग्रसित है। जिसका उपचार चल रहा है। वही गांव के ही नत्थू लाल, रामपाल, नरेंद्र पाल,भोले मौर्य, पूरन मौर्य, नत्थू लाल गंगवार आदि लोगों की गाय लगभग 15 दिन से लंपी की चपेट में है। गांव के लोगों को कहना है कि गांव में बहुत तेजी से पांव पसार रहा है जल्द ही प्रशासन को टीम भेजकर उपचार कराया जाए अन्यथा एक बड़ी अनहोनी हो सकती है। वही आसपास के गांव ढकिया मलूकपुर, नगला,हसनपुर, गुलरिया, लखा सहित तमाम गांव मे लंपी रोग काफी तेजी से फैल रहा है। प्रशासन ने इसको लेकर अलर्ट किया था लेकिन गांव मे इतने जानवर बीमारी होने पर भी  प्रशासन ने अभी गांव की सुध नही ली है। इसके अलावा भोजीपुरा के गांव रायपुर करीम बख्श मझौआ गंगापुर पहलादपुर मोहम्मदपुर ठाकुरान घंघोरा घंघोरी आदि गांव में लंपी की बीमारी फैली हुई है।पशुपालकों का आरोप है पशु चिकित्सा विभाग फतेहगंज पश्चिमी मे सूचना देने के बाद भी जांच के लिए कोई भी डाक्टर नही पहुंचा। लंपी बीमारी के बढ़ते प्रकोप से पशु पालको में दहशत व्याप्त है।पशुपालक बोले उनकी धान की फसल पानी में खराब हो गयी तो वह इलाज निजी पशु चिक्तिसक से कैसे कराएं।।

बरेली से कपिल यादव

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