बरेली। जिला बरेली मे ईंट भट्टा पर एक सप्ताह की सांकेतिक राष्ट्रव्यापी हड़ताल से जनपद के 315 ईट भट्टों पर सन्नाटा पसर गया है। ईट पथाई का काम पूरी तरह बंद है। मजदूर भी अपने घरों को चले गए है। ईट की बिक्री बंद होने से भट्टों से ईट भराई वाले श्रमिक भी एक सप्ताह के लिए चले गए है। हड़ताल का भवन निर्माण पर भी असर पड़ने लगा है। ईट न मिलने की संभावना में लोगाें ने निर्माण कार्य बंद कर दिए है। संचालक भट्ठों से ग्राहकों को बैरंग लौटा रहे है। भट्ठा संचालक मांगे पूरी न होने पर पूरे सीजन बंद करने की तैयारी कर चुके है। भट्ठे बंद हुए तो इनसे जुड़े हजारों परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो जायेगा। आल इंडिया फैडरेशन नई दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश ईट निर्माता समिति के आवाहन पर जिले के 315 भट्ठा संचालकों ने 12 सितम्वर से ईटों की बिक्री बंद कर दी है। भट्ठा संचालक 17 सितंवर तक ईंटे नही बेंचेंगे। ईंट बिक्री पर रोक लगाना भट्ठा संचालकों का सांकेतिक आंदोलन है। शासन ने उनकी मांगे नहीं मानी तो भट्ठा संचालक पहली अक्टूबर से शुरू होने वाले सीजन मे भट्ठा नहीं चलायेंगे। ईंट बिक्री रूकने से निर्माण कार्य बंद होने लगे हैं। ग्राहक ईंटे खरीदने भट्ठों पर जा रहे है। भट्ठों से ग्राहकों को बैरंग लौटाया जा रहा है। कस्बा निवासी अजीम अल्वी मकान का निर्माण करा रहे हैं। 10 हजार ईंटें खरीद कर लाने को वह क्षेत्र के कई भट्ठा पर घूमें। किसी ने उन्हें ईंट नही बेंची। अजीम ने बताया मकान बनाने को ठेका दे दिया था। ईटें न मिलने पर लेबर लौट गई। ठेकेदार अंजुम वारसी ने बताया उन्हे बुधवार से नालों का निर्माण कराना है। खुदान करा दिया। ईंटे न मिलने से काम चालू होना संभव नही है। नुसरत उल्ला ने बताया दुकान में काम कराना है लेकिन ईंटें नहीं मिल रही हैं।
बरेली से कपिल यादव