बरेली। सावन माह के चौथे व अंतिम सोमवार को दर्शन – पूजन व जलाभिषेक के लिए रविवार को शिवालयों की सफाई कर उसे सजा दिया गया। सुबह से इन मंदिर मे श्रद्धालु पहुंचेंगे। भोर की आरती के बाद दर्शन-पूजन के लिए द्वार खोल दिए जाएंगे। आखिरी सोमवार को जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने श्रावण मास के चौथे सोमवार तथा कांवड़ यात्रा के दृष्टिगत जनपद के अलखनाथ मन्दिर का किया निरीक्षण तथा मंदिर के आस पास समुचित एवं पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज उपस्थित रहे। महादेव की भक्ति मे सराबोर होने को नाथ नगरी उल्लासित है। रविवार की शाम से कछला, हरिद्वार से गंगाजल लेकर कांवड़ियों की वापसी शुरू हो गई। नाथ मंदिरों के अलावा शहर के अन्य शिवालयों में कांवड़ियों का आना लगा रहा। कांधे पर कांवड़ धारण किए शिवभक्तों के जयकारे से नाथ नगरी की सड़के गुंजायमान रही। नाथ मंदिरों में भी सावन के आखिरी सोमवार को महादेव के भव्य जलाभिषेक की तैयारी की गई है। रामगंगा में कांवड़ियों के कई जत्थों की कतार लगी रही। बोल-बम और हर-हर महादेव के जयकारे से रामगंगा परिक्षेत्र गूंज उठा। कांवड़ियों का नाथ मंदिरों के प्रवेश द्वार पर जुटना आरंभ हो गया। बाबा धोपेश्वरनाथ मंदिर और बाबा वनखंडीनाथ मंदिर में भी कांवड़ियों के जत्थों का रेला उमड़ पड़ा है। कांवड़ियों, शिवभक्तों की भीड़ को देखते हुए नाथ मंदिरों के प्रवेश द्वार पर बैरिकेडिंग की गई है। जिससे कांवड़ियों और शिवभक्तों को जलाभिषेक, पूजन में किसी प्रकार की परेशानी न हो।।
बरेली से कपिल यादव