बाड़मेर /राजस्थान- अशोक गहलोत ने सोनिया की गैर हाजिरी में मोर्चा संभालकर गांधी परिवार में अपनी पैठ और ज्यादा मजबूत कर ली है । ईडी की ओर से राहुल गांधी से पूछताछ के सम्बंध में मुख्यमंत्री ने पूरी कांग्रेस को एकजुट करते हुए गांधी परिवार को न केवल मजबूत समर्थन दे रहे है बल्कि संघर्ष की पूरी कमान अपने हाथ मे ले रखी है ।
गहलोत का समर्थन और भागदौड़ इसलिए महत्वपूर्ण हो गई है क्योंकि संकट के समय वे मजबूत दीवार की तरह आलाकमान के साथ खड़े हो गये है । सोनिया गांधी के बीमार होने की वजह से गांधी परिवार को संकट की इस घड़ी में किसी मजबूत सहारे की दरकार थी । अशोक गहलोत पिछले तीन दिनों से जबरदस्त तरीके से भागदौड़ कर रहे है ।
वैसे तो देश भर के सैकड़ो कांग्रेस के अन्य नेता भी सक्रिय है । लेकिन छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अशोक गहलोत की सक्रियता वाकई काबिले तारीफ है । गहलोत ने सोनिया की कमी खलने नही दी । मीडिया से लेकर प्रदर्शन तक लगभग पचहत्तर साल की उम्र के बाद भी जबरदस्त भागदौड़ करते हुए सभी मोर्चे संभाल रहे है । इस एपिसोड में युवा पीढ़ी के सचिन पायलट की निष्क्रियता चर्चा का विषय जरूर बनी हुई है ।
गांधी परिवार में जब भी कोई संकट आया, अशोक गहलोत हमेशा ही अग्रणीय रहे है । इससे पहले भी गहलोत ने अपनी वफादारी का समय समय पर परिचय दिया । मौजूदा हालात में राहुल को नैतिक समर्थन की बहुत ज्यादा जरूरत इसलिए थी क्योंकि उनकी मां हॉस्पिटल में भर्ती है । अशोक गहलोत को देखकर अन्य बुजुर्ग नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अधि रंजन चौधरी, जयराम रमेश और चिम्बरम जैसे नेताओं को भी जोश आ गया । गहलोत की इस वफादारी का निश्चय ही समयानुसार उन्हें इनाम मिलेगा ।
राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की आज पूछताछ पूरी होने की संभावनाएं दिखाई देती है । पिछले दिनों से प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नेशनल हेराल्ड को लेकर राहुल गांधी से पूछताछ की जा रही है । इस सिलसिले में सोनिया गांधी से भी 23 जून को पूछताछ किया जाना प्रस्तावित है । संभावना व्यक्त की जा रही है कि सोनिया गांधी को ईडी दफ्तर बुलाए जाने के बजाय अधिकारी उनसे उनके घर जाकर पूछताछ कर सकते है ।
प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक संजय कुमार मिश्रा को ऊपर से निर्देश मिले है कि पूछताछ का सिलसिला शीघ्र बन्द किया जाए । प्रवर्तन निदेशालय की अतिरिक्त निदेशक मोनिका शर्मा के नेतृत्व में राहुल गांधी से पूछताछ की जा रही है । जांच में मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स के अधिकारियों का भी सहयोग लिया जा रहा है ।
– राजस्थान से राजूचारण